ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोपीनिया हड्डियों को कमजोर बना देती है। इसमें कंकाल की मोटाई कम होने लगती है और जरूरी प्रोटीन-कैल्शियम घट जाता है। उम्र के साथ गठिया की बीमारी भी हो जाती है, जिसमें जोड़ों का दर्द काफी परेशान करता है।
हड्डियों की इन सभी दिक्कतों से सफेद मखाना बचा सकता है। वेट लॉस करने वाला यह फूड भरपूर न्यूट्रिशन का सोर्स है। जो पूरे शरीर को कुछ न कुछ फायदे जरूर देता है। यह आपकी गठिया का दर्द भी दूर कर सकता है। आइए इसके सभी फायदों के बारे में जानते हैं।
कैल्शियम का भंडार
मखाना में कैल्शियम की मात्रा प्रचुर होती है। एनसीबीआई पर मौजूद एक शोध (ref.) कैल्शियम को हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी मानता है। इसमें प्रोटीन भी होता है, बोन डेंसिटी के लिए महत्वपूर्ण अमिनो एसिड प्रदान करता है।
गठिया से बचाव
गठिया, आर्थराइटिस, सोरायसिस, इंफ्लामेटरी बावेल डिजीज जैसी समस्याओं का कारण फ्री रेडिकल और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस होता है। मखाने के अंदर कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इन समस्याओं से राहत देते हैं।
खाली पेट मखाना खाने के फायदे
डायबिटीज
यह एक लाइलाज बीमारी है, जिसमें ब्लड शुगर ज्यादा रहने लगता है। इसे मखाना खाकर कंट्रोल कर सकते हैं। कई शोध में देखा गया है कि इसे खाने से कई सारे एंजाइम बढ़ते हैं, जो इंसुलिन का असर बढ़ाते हैं।
एंटी एजिंग फूड
उम्र बढ़ने पर कोलेजन, हाइड्रेशन, मेटाबॉलिज्म, इलास्टिसिटी कम हो जाती है। जिसकी वजह से आप बूढ़े दिखने लगते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स को एंटी एजिंग भी माना जाता है, जो बुढ़ापे के लक्षणों को धीमा कर देते हैं।
घटाता है कोलेस्ट्रॉल-ट्राइग्लिसराइड
कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड एक प्रकार के फैट हैं, जो नसों को बंद कर सकते हैं। हार्ट अटैक और स्ट्रोक का ये ही सबसे बड़ा कारण बनते हैं। मखाने में फाइबर होता है, जो इन्हें निकालने में मदद करता है।