इस साल गर्मी तोड़ देगी सारे रिकॉर्ड, हीट वेव से देश में मचेगा हाहाकर; जान लें मौसम का हाल

This year the heat will break all the records, there will be an outcry in the country due to the heat wave; Know the weather condition
This year the heat will break all the records, there will be an outcry in the country due to the heat wave; Know the weather condition
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नई दिल्ली। देश में पहाड़ों से लेकर मैदानी और तटीय क्षेत्रों में मौसम के तेवर तीखे हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 2015 के बाद फरवरी में शनिवार को न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। सोलन में 16 फरवरी को अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। 26 फरवरी 2021 को तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। मौसम विभाग का अनुमान है कि उत्तर और मध्य भारत में अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। ये संकेत है कि गर्मी रिकॉर्ड तोड़ने की राह पर है।

भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉक्टर नरेश ने मौसम ने कहा है कि कोंकण और कच्छ में अगले दो दिन हीट वेव का अलर्ट जारी किया गया है। अनुमान लगाया गया है कि गुजरात और महाराष्ट्र के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान 37 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। 16 फरवरी को कोंकण और उसके आसपास के स्थानों पर तापमान 39 डिग्री से अधिक दर्ज किया जा चुका है। ऐसे में तापमान इससे भी ऊपर जा सकता है।

तटीय क्षेत्रों में मौसम का रूप असामान्य
मौसम विभाग के अनुसार तटीय राज्यों में फरवरी में असामान्य गर्मी है। गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा में तापमान सामान्य से औसतन पांच से 10 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया जा रहा है। महाराष्ट्र के रत्नागिरी में 1969 के बाद पहली बार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मुंबई के सांताक्रूज में पारा 1969 के अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब है। शनिवार को यहां पारा 37.5 डिग्री दर्ज हुआ है।

गोवा: गर्मी ने तोड़ा दस साल का रिकॉर्ड
गोवा की राजधानी पणजी में 16 फरवरी को अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इसी के साथ पिछले दस साल का रिकॉर्ड टूट गया। स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार 1969 से 2023 के बीच कुल 14 दिन ऐसे रहे हैं जब पणजी का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर दर्ज हुआ है। सात अप्रैल 1989 को पारा 39.8 डिग्री दर्ज हुआ था। अनुमान है कि सोमवार से तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी।

उत्तराखंड की वादियों में बढ़ी गर्मी
उत्तराखंड के कई क्षेत्रो में गर्मी अपना रंग दिखाने लगी है। स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार 17 फरवरी को दोपहर ढ़ाई बजे मसूरी का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। मसूरी का तापमान सामान्य से करीब नौ डिग्री सेल्सियस अधिक है। इसी तरह देहरादून का अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हो चुका है जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में भी तापमान तेजी से बढ़ रहा है।

हीट वेव तोड़ सकती है सारे रिकॉर्ड
भारतीय मौसम विज्ञानी राजेश कपाड़िया का अनुमान है कि देश में इस साल हीट वेव रिकॉर्ड तोड़ सकती है। मौसम विज्ञानी ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि फरवरी में ही भुज में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार चला गया है, वहीं राजस्थान के कई शहरों में अधिकतम पारा 38 डिग्री के पार चल रहा है। अनुमान है कि पूरे एशिया में सबसे पहले सर्वाधिक गर्मी भारत में पड़ सकती है। इस मामले में सऊदी अरब और मक्का का तापमान भी पीछे छूट जाएगा।

दुनियाभर में तेजी से चढ़ रहा पारा
ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में पारा 38 तो सिडनी में 35 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। ब्यूरो ऑफ मेट्रोलॉजी के अनुसार देश के दक्षिणी क्षेत्रों में गर्मी तेजी से बढ़ रही है। यूरोपीय देशों में भी तापमान में बढ़ोतरी को लेकर मौसम वैज्ञानिक चिंतित हैं। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में भी पारे की चाल ने चिंता बढ़ा दी है। सिंध प्रांत के मिठी में वर्ष 1953 के बाद तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर चला गया है, अन्य शहरों में भी गर्मी तेजी से बढ़ रही है।