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नई दिल्ली: बीजेपी नेता उमा भारती के बयान लगातार पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ाते जा रहे हैं. हाल ही में उन्होंने बीजेपी समर्थकों से कहा था कि उन्हें ‘आसपास’ देखना चाहिए और तय करना चाहिए कि किसे वोट देना है. अब उनके एक और बयान से हलचल मच गई है. उमा भारती ने कहा कि भगवान राम और हनुमान बीजेपी के कॉपीराइट नहीं हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओर से राज्य में हनुमान मंदिर बनवाए जाने के सवाल पर उन्होंने यह बयान दिया. वह शराबबंदी की मांग को लेकर शिवराज सिंह चौहान की अगुआई वाली राज्य सरकार को भी घेर रही हैं. मध्य प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर हाल ही में शराब के ठेके पर पत्थर फेंकने को लेकर भी उमा भारती ने सुर्खियां बटोरी थीं.
एमपी की पूर्व सीएम हैं उमा भारती
उमा भारती मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम रह चुकी हैं और राज्य की कद्दावर नेताओं में से एक मानी जाती हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी आलाकमान द्वारा साइडलाइन किए जाने के कारण वह नाराज हैं. उन्होंने बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के उस विवादास्पद बयान का समर्थन किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदुओं को अपने घर में हथियार रखने चाहिए.
प्रज्ञा ठाकुर के बयान का किया था समर्थन
उमा भारती ने कहा था, ‘यहां तक कि भगवान राम ने भी अपने वनवास के दौरान शस्त्र न छोड़ने का संकल्प लिया था.’ उन्होंने कहा कि शस्त्र रखना गलत नहीं है, लेकिन हिंसक विचार रखना गलत है. उमा भारती ने छिंदवाड़ा में यह बयान दिया, जहां प्रज्ञा ठाकुर ने कई कार्यक्रमों में भाग लेने के दौरान भड़काऊ टिप्पणी की थी.
फिल्म ‘पठान’ को लेकर उठे बवाल पर उमा भारती ने विरोध की जरूरत पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी सरकार के सेंसर बोर्ड को आपत्तिजनक दृश्यों को तुरंत हटाना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि इसमें राजनीति की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, ‘किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले दृश्यों को हटा दिया जाना चाहिए. भारत किसी भी रंग का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा. भगवा भारतीय संस्कृति की पहचान है, सेंसर बोर्ड को इन दृश्यों को तुरंत हटा देना चाहिए.’