अभी-अभी: यूपी का सबसे धमाकेदार सर्वे, बीजेपी की होगी बंपर जीत, मिल गया संकेत

इस खबर को शेयर करें

मेरठ. यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) को लेकर कभी किसी पार्टी की रैली तो कभी किसी नेता की जनसभा का दौर शुरु हो चुका है. ऐसे में चुनावी सामग्री की भी ख़ूब डिमांड है. बीजेपी (BJP) का कमल वाला झंडा हो या फिर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की लाल टोपी हो या फिर बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बिल्ले और कांग्रेस पार्टी (Congress) का पटका हो. ये सारी चुनावी सामग्री आजकल धड़ल्ले से बिक रही है. ऐसे में दुकानदार, जहां चुनावी सामग्री बिकने से खुश हैं तो वहीं वो सियासी तापमान भी खूब माप रहे हैं.

रोजगार भी दे रहा है यूपी विधानसभा चुनाव. चुनाव प्रचार सामग्री बेचने वाले दुकानदार तो यही कहते हुए नज़र आ रहे हैं. यूपी विधानसभा के चुनाव बस आ ही गए. अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां जोर आजमाइश में जुट गई है. पार्टी चाहे जो हो लेकिन एक जगह आकर ऐसा लगता है कि सब एक हो गई हों. हम बात कर रहे चुनाव प्रचार सामग्री बेचने वाली दुकानों की. मेरठ में चुनाव प्रचार सामग्री बेचने वाले दुकानदारों के चेहरे पर विधानसभा चुनाव नज़दीक आते ही मुस्कान आ गई है. दुकानदारों का कहना है कि आजकल उनकी बल्ले बल्ले हो रही है, क्योंकि पार्टी चाहे जो हो लेकिन सामग्री उनके यहां से ख़ूब खरीदी जा रही है. चालीस वर्ष से दुकान पर बैठे-बैठे चुनावी तापमान माप रहे 78 वर्षीय बुज़ुर्ग मोहम्मद हनीफ कहते हैं कि उन्होंने कई चुनाव देखें और आज भी चुनावी सामग्री बिकने के लिहाज से वो जीत हार का आंकलन कर लेते हैं. हनीफ जी कहते हैं कि वर्तमान में तो बीजेपी ही नम्बर वन पार्टी दिखाई दे रही है.

बीजेपी नंबर एक पर
चुनावी सामग्री बेचने वाले इस दुकान में आकर इस बात का भी अंदाजा हो जाता है कि आखिर रेस में कौन कौन सी पार्टी है. चालीस वर्ष से चुनाव प्रचार सामग्री का व्यापार कर रहे मोहम्मद हनीफ का कहना है कि अगर प्रचार सामग्री की बिक्री के आधार पर फैसला हो तो बीजेपी नम्बर वन है. जबकि दूसरे नम्बर पर सपा-रालोद फिर बसपा और बाद में कांग्रेस और आप. दुकानदार मोहम्मद हनीफ का कहना है कि ओवैसी की पार्टी वाले अभी यहां न के बराबर हैं. हनीफ का कहना है कि हो सकता आगे इनकी पार्टी की भी डिमांड हो. लेकिन अभी तो स्थिति न के बराबर है. चुनावी सामग्री लेने आ रहे कार्यकर्ता भी यहां आकर सियासी तापमान अपने ही अंदाज में माप लेते हैं.

पार्टी दफ्तरों का भी हो रहा कायकल्प
एक तरफ चुनावी सामग्री बेचने वालों के चेहरे पर मुस्कान है तो वहीं दूसरी तरफ अलग अलग पार्टियों के कार्यालयों को भी चमकाने की कवायद चल रही है. मेरठ में बसपा के कार्यालय पर न्यूज़ 18 की टीम पहुंची तो यहां रंगरोगन होता दिखा. पेंटर्स और अन्य. मज़दूरों का कहना है कि चुनाव में उन्हें रोज़गार भी खूब मिल रहा है. ठेकेदार तो यहां तक कहते हैं कि अभी वो बसपा के कार्यालय पर कार्य कर रहे हैं लेकिन दूसरी राजनीतिक पार्टियां भी उनसे लगातार संपर्क में है.