मालपुरा को जिला बनाने की सिफारिश करने वाले डॉ. चंद्रभान के साथ बड़ा ‘खेला’

Whose head will wear the crown of Rajasthan? Know, how important is Beniwal in the fight between Gehlot vs BJP?
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टोंक: राजस्थान के मालपुरा को जिला बनाने की सिफारिश करने वाले बीस सूत्रीय आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान के साथ ‘खेला’ हो गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से मालपुरा के जिला बनने के महज 48 घंटे बाद ही वहां के कांग्रेस की गुटबाजी चंद्रभान के विरोध में उतराई। इसकी वजह कांग्रेस से टिकट के लिए दावेदारी करने वाले 36 सदस्यों में डर है। ये सभी चंद्रभान के जिला बनाने का श्रेय लेने से आशंकित हैं। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं उनकी दावेदारी खटाई में न पड़ जाएं। इसके चलते कांग्रेस के नेता ही उनके विरोध में उतर आए हैं। यही कारण है कि मालपुरा में ‘बाहरी भगाओ, चंद्रभान जी वापस जाओ’ पोस्टर के साथ चंद्रभान का जमकर विरोध हो रहा है।

मालपुरा को जिला बनाए जाने के बाद कोर कमेटी के सदस्यों ने डॉ. चंद्रभान का धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए रविवार को कार्यक्रम आयोजित किया था। यह कार्यक्रम गुटबाजी के चलते चंद्रभान की धन्यवाद सभा की जगह ‘विरोध सभा’ बन गया। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दूरी बनाए रखी। इस दौरान सभा स्थल पर कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेताओं के नहीं आने से कुर्सियां खाली रहीं।

डॉ. चंद्राभान की धन्यवाद सभा में खाली रही कुर्सियां

मुख्यमंत्री गहलोत की ओर से 19 जिलों की नई घोषणा की बाद ही मालपुरा में जिला बनाने का आंदोलन शुरू हो गया। इस दौरान 196 दिनों के बाद सीएम गहलोत ने मालपुरा को जिला बनाने की सौगात दी। इसमें 20 सूत्रीय आयोग उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। इसको लेकर चंद्रभान ने सीएम गहलोत से मिलकर जिला बनाने के सिफारिश की थी। जिला बनाने की घोषणा के बाद मालपुरा की कोर कमेटी ने चंद्रभान का धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए सभा का आयोजन किया। लेकिन चंद्रभान के स्वागत के दौरान कांग्रेस के नेता ही उनके विरोध में उतर आए। इस दौरान सभा स्थल पर कुर्सियां खाली रही। जो काफी चर्चा का विषय रही।

शहर में चंद्रभान के विरोध को लगाए गए बैनर

आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मालपुरा में कांग्रेस की तरफ से 36 दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन किया। यह आंकड़ा टोंक जिले का सबसे बड़ा आंकड़ा है। जहां कांग्रेस में इतने दावेदारों ने टिकट के लिए ताल ठोकी है। ऐसे में डॉ चंद्रभान की ओर से जिला बनाने में भागीदारी को लेकर कांग्रेस के दावेदारों में खलबली मच गई। सभी को यही डर सता रहा है कि चंद्रभान के जिला बनाने के श्रेय लेने के चक्कर उनके टिकट की दावेदारी खटाई में न पड़ जाएं। इसको लेकर सभी दावेदार एक लामबंद होकर मालपुरा में स्थानीय उम्मीदवार के मद्दे को भूनाने की कोशिश कर रहे। इसके चलते रविवार को चंद्रभान के विरोध में कई पोस्टर लगाए गए। जिनमें चंद्रभान का विरोध किया गया। इन फ्लेक्स बैनर पर लिखा था कि ‘बाहरी को भगाओ, चंद्रभान जी वापस जाओ’।

डॉ. चंद्रभान को निराशा लगी हाथ

मालपुरा को जिला बनाए जाने के बाद मालपुरा की कोर कमेटी ने डॉ. चंद्रभान के स्वागत के लिए धन्यवाद सभा का आयोजन किया। लेकिन यह धन्यवाद सभा कांग्रेसी के गुटबाजी के चलते विरोध सभा बन गई। इस दौरान डॉ. चंद्रभान बड़े उत्साह के साथ मालपुरा पहुंचे। लेकिन जगह-जगह उनके विरोध में लगे हुए बैनर को देखकर उन्हें निराशा हुई। उन्हें विश्वास था कि जिला बनाने में उनकी भागीदारी को लेकर लोगों में उनके स्वागत में उत्साह देखने को मिलेगा। लेकिन हकीकत कुछ और ही निकली। माना जा रहा है कि डॉ. चंद्रभान मालपुरा को जिला बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाने के साथ वहां से अपनी राजनीतिक जमीन को तलाश की जुगत में हैं। लेकिन इस धन्यवाद सभा में विरोध के बाद उनकी आशाओं को बड़ा झटका लगा।

चंद्रभान ने कहा मालपुरा में कांग्रेस की राह आसान नहीं

डॉ. चंद्रभान मालपुरा में धन्यवाद सभा में सभा स्थल पर कुर्सियों के खाली रहने और उनके विरोध में बैनर पोस्टर देखने के बाद काफी चिंतित नजर आए। उनकी आशा के उलट सभा में उन्हें बड़ा झटका लगा। उधर, उन्होंने मीडिया में बातचीत करते हुए कहा कि नया जिला घोषित होने के 48 घंटे से भी कम समय में यह विरोध दिखाता है कि मालपुरा में कांग्रेस की राह आसान नहीं है। डॉ. चंद्रभान ने कहा, मुझे नहीं पता कि कांग्रेस किसको टिकट देगी, लेकिन राजनीति में महत्वाकांक्षा होना गलत नहीं है। अगर पार्टी टिकट देती है तो, जरूर चुनाव लड़ेंगे।