लंबी दाढ़ी रख महिला ने दर्ज कराया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम, एक दिन में 3 बार करती थी शेविंग

Woman with long beard registered her name in Guinness World Record, used to shave 3 times a day
Woman with long beard registered her name in Guinness World Record, used to shave 3 times a day
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US Woman Grabs Guinness World Record: दाढ़ी बढ़ाने का चलन पुरुषों में काफी फेमस है. आजकल नौजवानों में लंबी दाढ़ी का शौक देखते ही बनता हैं. इसके लिए लड़के क्या कुछ नहीं कर रहे हैं. कुछ लोग अलग डिजाइन, तो कुछ दाढ़ी में कलर करवाकर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच ही लेते हैं, लेकिन हाल ही में एक 38 वर्षीय महिला लंबी दाढ़ी की वजह से चर्चा में है, जिन्होंने लंबी दाढ़ी (Woman with longest beard) की वजह से ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया है.

सबसे लंबी दाढ़ी का विश्व रिकॉर्ड
38 वर्षीय महिला इस महिला का नाम एरिन हनीकट (Erin Honeycutt) है, जो कि अमेरिका के मिशिगन (Michigan, USA) की रहने वाली हैं. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, एरिन हनीकट लगभग 2 वर्षों में अपनी 11.81 इंच (29.9 सेमी) दाढ़ी बढ़ाकर सबसे लंबी दाढ़ी का विश्व रिकॉर्ड (longest beard record) तोड़ दिया है. बताया जा रहा है कि, पिछला रिकॉर्ड 75 वर्षीय विवियन व्हीलर (अमेरिका) का था, जिनकी दाढ़ी 25.5 सेमी (10.04 इंच) है. बताया जा रहा है कि, एरिन की दाढ़ी पूरी तरह से नेचुरल है, इसके लिए वह कोई हार्मोन या सप्लीमेंट नहीं ले रही हैं.

इस वजह से बढ़ रही है दाढ़ी
बताया जा रहा है कि, एरिक हनीकट को पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (पीसीओएस) है, जिसकी वजह से ऐसा हो रहा है. दरअसल, PCOS एक ऐसी स्थिति है, जो हार्मोनल असंतुलन का कारण बनती है. इसी कारण अनियमित मासिक धर्म, जरूरत से ज्यादा बालों का उगना, वजन बढ़ना लड़कियों में आम हो जाता है. यह वजह है कि, एरिक के चेहरे पर 13 साल की उम्र से बाल बढ़ना शुरू हो गए थे, जिससे छुटकार पाने के लिए उन्होंने कई तरीके आजमाए, जैसे- वैक्सिंग, शेविंग और बाल हटाने वाली चीजों का इस्तेमाल करना आदि. एरिक हनीकट के मुताबिक, वो दिन में 3 बार शेविंग किया करती थीं. एरिक ने आगे ये भी बताया कि, उन्होंने अपनी किशोरावस्था और वयस्क जीवन के दौरान ऐसा करना जारी रखा.

एरिक हनीकट के लाइफ में एक खास मोड़ तब आया, जब हाई बीपी के कारण आई स्ट्रोक के चलते उनकी आंखों के रोशनी आंशिक रूप से चली गई. उस वक्त हनीकट ने अपने प्रयासों को रोकने और इसके बजाय, अपनी अनूठी परिस्थिति को अपनाने का दृढ़ निर्णय लिया. इसके साथ ही उन्होंने अपनी दाढ़ी को बिना किसी बाधा के बढ़ने देने का फैसला किया.