20₹ वाले बोतलबंद पानी की असली कीमत सुनकर चौंक जाएंगे आप, जानें पूरा गणित

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भारत में बोतलबंद पानी का कारोबार करोड़ों रुपए का है। लोग आमतौर पर होटलों, रेस्टोरेंट या सफर के दौरान अक्सर पानी की बोतल खरीदकर पीते हैं। बोतलबंद पानी में बड़ी मात्रा में मिनिरल गैसें घुली होती हैं। ये रेगुलर पानी से अलग होता है।

भारत में बोतलबंद पानी का मार्केट साल 2021 में करीब 20 हजार करोड़ रुपये का था। मार्केट में कई देशी और इंटरनेशनल ब्रांड मौजूद हैं। आमतौर पर पानी की बोतल की कीमत करीब 20 रुपए होती है। बोतलबंद पानी की मांग देश में लगातार बढ़ रही है। कीमत बढ़ने के साथ इस पानी की क्वालिटी में गिरावट देखने को मिल रही है।

शुद्ध माने जाने वाले इस बोतलबंद पानी कीमत भले ही 20 रुपए हो लेकिन इसकी असली कीमत बेहद ही कम होती है। जिसने सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। हर दिन घर के कामों में यूज होने वाले पानी के मुकाबले हम बोतलबंद पानी की जो कीमत चुकाते हैं वह कई हजार गुना अधिक होती है।

आईए हम आज बोतलबंद पानी के उस पूरे गणित को समझते हैं। जिसने हजारों करोड़ का बिजनेस खड़ा कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, पानी भरने के लिए थोक में खरीदी गई प्लास्टिक की बोतल की कीमत करीब 80 पैसे होती है। एक लीटर पानी की कीमत 1.2 रुपये आंकी गई है।

इसके बाद उस पानी को कई प्रक्रियाओं से गुजारने की कुल लागत 3.40 रुपये प्रति बोतल आती है। इसके अलावा एक्सट्रा खर्च(पैकिंग और ब्रांडिंग) के रूप में 1 रुपये आते हैं। इस तरह से बोतलबंद पानी की एक बोतल की कुल लागत 6.40 रुपये होती है।

आम जनमानस इस 6.4 रुपए की कीमत को बोलत के लिए 20 रुपए चुकाता है। तो करीब तीन गुना महंगी होती है। इन सीलबंद पानी की बोलतों को लिए भले ही भारी कीमत देते हैं लेकिन इन पानी की क्वालिटी पर कई बार प्रश्नचिन्ह लग चुके हैं।

एक शोध में दावा किया गया था कि, भारत में बिकने वाले बोतलबंद पानी के अधिकतर ब्रांड का पानी पीने लायक नहीं है। उनकी गुणवत्ता बेहद ही निम्न स्तर की होती है। बाजार में कई तरह का बोतलबंद की कई श्रेणियां मौजूद हैं। प्यूरिफाइड पानी,डिस्टिल्ड पानी, स्प्रिंग वॉटर।