सावधान: आप भी तो नहीं पीते जरूरत से ज्यादा पानी? फायदे की जगह हो सकता है नुकसान

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पानी पीना सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। इससे कई तरह की बीमारियों को शरीर से दूर रखा जा सकता है। लेकिन अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए, तो डिहाइड्रेशन, किडनी फेल होना, मूत्र में जलन और किडनी में पथरी जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना हर किसी के लिए जरूरी है। इसके अलावा यह भी ध्यान रखना है कि आप हद से ज्यादा पानी तो नहीं पी रहे हैं, क्योंकि इससे भी शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।

पानी के अधिक सेवन से इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस या लो सोडियम यानी शरीर में सोडियम की कमी जैसी समस्या हो सकती है। इसके लक्षणों में उल्टी, सिर दर्द और मतली आदि शामिल हैं। वैसे तो कहा जाता है कि एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए, लेकिन विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि आपको जितनी प्यास हो, उतना ही पानी पिएं, 8-10 गिलास जरूरी नहीं है। आइए जानते हैं अधिक पानी पीने से होने वाले नुकसान के बारे में…

किडनी पर पड़ता है बुरा असर
जरूरत से ज्यादा पानी पीने पर उसका असर सीधे किडनी पर पड़ता है। दरअसल, किडनी का काम पानी को फिल्टर करने, अपशिष्ट नमक और जहरीले तत्वों को मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकालने का होता है, लेकिन अगर आप ज्यादा पानी पिएंगे तो जाहिर है किडनियों पर काम का बोझ बढ़ जाएगा और ऐसे में किडनी फेल का खतरा हो सकता है। इसलिए जितने की प्यास है, आप उतना ही पानी पिएं।
मस्तिष्क पर भी पड़ता है असर

शरीर में पानी की अधिकता से सोडियम का लेवल कम हो जाता है और ऐसे में ब्रेन सेल्स में सूजन की समस्या पैदा हो जाती है। इस वजह से ब्रेन डैमेज, चलने-फिरने, बात करने और भ्रम की स्थिति की सामना करना पड़ सकता है। इसलिए शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनाएं रखें, अधिक नहीं।
मांसपेशियों में ऐंठन की हो सकती है समस्या

अगर शरीर में सोडियम की कमी हो जाए तो मांसपेशियों में कमजोरी और ऐंठन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा अधिक पानी पीने से शरीर के इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन चला जाता है, जिससे थकान और सुस्ती की समस्या भी हो सकती है।
नोट: डॉक्टर राजेश मुंडेजा, सऊदी अरब, मॉरीशस, मालदीव और भारत सहित विभिन्न देशों में काम करने के साथ 25+ वर्षों के अनुभव वाले एक जाने-माने चिकित्सक हैं। इन्होंने बीकानेर के एसपी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और एमडी की डिग्री प्राप्त की है। इसके साथ इन्होंने सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय में चिकित्सा विशेषज्ञ के रूप में काम किया है और उजाला सिग्नस अस्पताल में शामिल होने से पहले आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के महामृत्युंजय अस्पताल में निर्देशक, वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक और चिकित्सा विभाग के प्रमुख रहे हैं।

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित अस्वीकरण- बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

डॉ राजेश मुंडेजा
जनरल फिजीशियन, उजाला सिग्नस अस्पताल
डिग्री- एम.बी.बी.एस, एमडी