लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अयोध्या की तर्ज पर 16 नगर निगमों को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। इन नगर निगमों में सोलर ट्री, ई रिक्शा, वाटर कियोस्क सहित अन्य इंतजाम किए जाएंगे।
प्रदेश के पहले सोलर सिटी के रूप में अयोध्या को विकसित किया जा रहा है। करीब 40 करोड़ की इस परियोजना के लिए इस वर्ष बजट में 15 करोड़ 75 लाख रुपये का इंतजाम किया गया है। इसके तहत सरकारी एवं आवासीय भवनों पर सोलर प्लांट, सोलर स्ट्रीट लाइटें, सोलर हाईमास्ट, एनर्जी पंप और सोलर बोट तक का इंतजाम किया जा रहा है।
अब तक सरकारी भवनों पर करीब 515 किलोवाट के सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं। अब प्रदेश के अन्य नगर निगमों को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए अलग-अलग नगर निगमों का आकलन करके परियोजना तैयार की गई है। इससे संबंधित नगर निगमों का जहां सौंदर्यीकरण हो सकेगा वहीं बिजली की खपत भी कम होगी।
सोलर वेडिंग जोन
सोलर सिटी में 50 किलोवाट के जरिए 40 से 50 दुकानों को आच्छादित करते हुए वेंडिंग जोन बनाया जाएगा।
ये भी प्रमुख कार्य
वरिष्ठ परियोजना अधिकारी एसडी दुबे ने बताया कि सोलर सिटी के तहत पर्यटन स्थल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित अन्य सार्वजनिक स्थल पर सोलर ट्री लगाए जाएंगे। अयोध्या में अब तक 40 सोलर ट्री लगाए गए हैं। इसमें एलईडी लाइटें लगी हैं। मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने की भी व्यवस्था की गई है। सोलर से चार्जिंग स्टेशन तैयार किया गया है। अयोध्या में परिक्रमा मार्ग पर आठ स्टेशन बनाए जा रहे हैं। अयोध्या में 40 ई रिक्शा भी संचालित होंगे।
यूपीनेडा के निदेशक अनुपम शुक्ला का कहना है कि प्रदेश के पहले सोलर सिटी के रूप में अयोध्या का विकास किया गया है। इसके सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। अब अन्य नगर निगमों को भी विकसित करने की तैयारी चल रही है।