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चेन्नै। लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद भाजपा ने लगातार दो राज्यों में सीट शेयरिंग को लेकर समझौता कर लिया है। एक तरफ बिहार में उसे सीटों को लेकर समझौता कर लिया है तो वहीं दूसरी तरफ तमिलनाडु में भी डील हो गई है। सोमवार को ही अंबुमणि रामदास की पार्टी पट्टाली मक्कल काची ने एनडीए में शामिल होने का ऐलान किया था। इसके बाद देर रात तक मीटिंग चली और फिर भाजपा एवं पीएमके के बीच सीट शेयरिंग को लेकर डील भी फाइनल हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई और पीएमके के संस्थापक अंबुमणि रामदास की लंबी चली बातचीत के बाद समझौते पर मुहर लगी।
यह गठबंधन तमिलनाडु में भाजपा को फायदा पहुंचा सकता है। राज्य के प्रभावशाली वन्नियार समुदाय के बीच पीएमके की पैठ है। उत्तर तमिलनाडु के बड़े इलाके में अंबुमणि के दल की पकड़ मानी जाती है। ऐसे में अब तक जनाधार विहीन रही भाजपा को एक बड़े वर्ग में पैठ बनाने का मौका मिलेगा। सूत्रों के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में दक्षिण के राज्यों से 50 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। ऐसे में तमिलनाडु में गठबंधन को मजबूती मिलना भाजपा के लिए फायदेमंद है।
यही नहीं इस समीकरण के चलते राज्य के मुख्य विपक्षी दल एआईएडीएमके को भी झटका लगा है, जो उम्मीद कर रही थी कि चुनाव तक भाजपा संग गठजोड़ हो जाएगा। दरअसल पहले पीएमके का गठजोड़ एआईएडीएमके के साथ ही था, लेकिन अंबुमणि रामदास ने तय किया कि इस बार भाजपा के साथ ही लोकसभा चुनाव में उतरा जाए। उन्होंने AIADMK को भी एनडीए के खेमे में वापस लाने की कोशिश की, लेकिन उस पर सहमति नहीं बन सकी। अंत में मंगलवार को बीजेपी चीफ के. अन्नामलाई थैलापुरम पहुंचे और वहां पीएमके लीडरशिप से मीटिंग के बाद सीट शेयरिंग की डील हुई। गौरतलब है कि तमिलनाडु में INDIA अलायंस का भी मजबूत गठजोड़ है। यहां कांग्रेस और DMK साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।