चंडीगढ़: हरियाणा में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशियों के चयन का विवाद सुलझाने के लिए पार्टी हाईकमान की ओर से बनाई गई उच्चस्तरीय कमिटी भी उलझ गई। रविवार को कई घंटे तक चली बैठक में भी प्रत्याशियों को लेकर सहमति नहीं बन पाई। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के नई दिल्ली आवास पर हुई इस बैठक में वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, मधुसूदन मिस्त्री, हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया, पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान मौजूद रहे। शनिवार को हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में जब हरियाणा का विवाद नहीं सुलझा तो इस कमिटी का गठन किया गया था।
इन सीटों पर फंसा है पेच
बैठक में सब-कमिटी के सदस्य कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला नहीं पहुंचे। दिल्ली से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सलमान खुर्शीद ने सैलजा और रणदीप से अलग से मुलाकात करके उनका फीडबैक लिया। इससे पहले शनिवार को हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में रोहतक से दीपेंद्र सिंह हुड्डा, सिरसा से कुमारी सैलजा और अंबाला से मुलाना विधायक वरुण चौधरी के नाम पर लगभग सहमति बन गई थी। बाकी की छह सीटों पर पेच फंसा हुआ था। इस चलते सब-कमिटी का गठन किया गया। कमिटी ने करनाल, सोनीपत, हिसार, गुड़गांव, फरीदाबाद और भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र को लेकर विचार-विमर्श किया।
बैठक में सभी सीटों पर चर्चा हुईबैठक के बाद हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि सब-कमिटी की बैठक में सभी सीटों पर चर्चा हुई है। दो-तीन सीटों पर सहमति नहीं बन रही है। आने वाले एक-दो दिन में सहमति बन जाएगी। इसके बाद हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा होगी। वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि बैठक में चर्चा हो गई है। कमिटी की ओर से पार्टी अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे को रिपोर्ट दी जाएगी। प्रत्याशियों का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष ही करेंगे। जरूरी हुआ तो इस मामले को केंद्रीय चुनाव समिति के सामने भी रखा जा सकता है। सलमान खुर्शीद और मधुसूदन मिस्त्री ने सब-कमिटी की बैठक के बाद कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ बैठक करके उनका भी पक्ष जाना।