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कलायत : कलायत थाना क्षेत्र के एक गांव की 40 वर्षीय विधवा महिला द्वारा 12 सितंबर को उप मंडल नागरिक अस्पताल में भू्रूण छोड़कर बिना चिकित्सकों को बताए चले जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग और हरियाणा पुलिस को मामले की जांच के लिए इस महिला की तलाश थी। अब इस महिला ने खुद को पीड़ित बताते हुए स्थानीय पुलिस स्टेशन में दस्तक दी है।
उसने एक व्यक्ति पर दुष्कर्म के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की फरियाद लगाई है। इसके मद्देनजर न केवल पुलिस द्वारा महिला के बयान कलमबंद किए गए बल्कि कलायत के नागरिक उप मंडल नागरिक अस्पताल में मैडीकल परीक्षण भी करवाया है। इस तरह कन्या भ्रूण को छिपाने का यह मामला अब दुष्कर्म की घटना का रूप लेता दिख रहा है। परिणास्वरूप पुलिस और स्वास्थ्य विभाग इस मामले की गहन जांच में जुटा है। वे यह सुनिश्चत करने में लगे हैं कि आखिरकार घटना की सच्चाई क्या है। महिला का उस दौरान भ्रूण छोड़कर फरार होना और अब दुष्कर्म के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करना पेचिदा स्थिति पैदा कर रहा है।
मामले में निरंतर जांच जारी : एस.एच.ओ.
कलायत थाना प्रभारी बलदेव सिंह मलिक ने बताया कि पुलिस ने महिला द्वारा भू्रण छोड़कर जाने पर उसके खिलाफ पूर्व में केस दर्ज किया था। जिस भ्रूण को अस्पताल के लेबर रूम में छोड़ा था उसका 3 सदस्यीय चिकित्सक पैनल ने पोस्टमार्टम किया और भ्रूण के डी.एन.ए. सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए।
जांच रिपोर्ट लिफाफे में बंद : एस.एम.ओ.
कलायत एस.एम.ओ. डा. आशीष गोयल ने बताया कि जो महिला 12 सितंबर को भ्रूण छोड़कर फरार हो गई थी उसका मैडीकल परीक्षण महिला चिकित्सक द्वारा किया गया है। जांच रिपोर्ट को सील बंद लिफाफे में जांच अधिकारी को सौंपा गया है।