जिस पुल से गुजरने वाला था पुतिन का काफिला, उसके नीचे रखा था बम! किसने रची रूसी राष्ट्रपति की हत्या की साजिश?

A bomb was placed under the bridge through which Putin's convoy was going to pass! Who conspired to assassinate the Russian President?
A bomb was placed under the bridge through which Putin's convoy was going to pass! Who conspired to assassinate the Russian President?
इस खबर को शेयर करें

मॉस्को : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मॉस्को के एक पुल पर ‘हत्या की साजिश’ को कथित तौर पर रूसी सीक्रेट सर्विस ने विफल कर दिया है। कथित तौर पर पुल के नीचे नदी में विस्फोटक बिछाकर हत्या की साजिश रची गई थी, जिस पर से रूसी राष्ट्रपति का काफिला गुजरने वाला था। टेलीग्राम चैनल वीसीएचके-ओजीपीयू के अनुसार, शीर्ष रूसी अधिकारियों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार फेडेरल प्रोटेक्शन सर्विस (FSO) का दावा है कि उन्होंने पुल को उड़ाने की साजिश को नाकाम किया है।

डेलीस्टार की खबर के अनुसार, टेलीग्राम चैनल ने दावा किया कि एक अज्ञात पुल के नीचे विस्फोटक रखे जाने का संदेह था जिस पर से पुतिन के काफिले के गुजरने की उम्मीद थी। माना जा रहा है कि यह अज्ञात पुल क्रेमलिन और मॉस्को के बाहर पुतिन के आधिकारिक आवास के रास्ते पर है। वीसीएचके-ओजीपीयू की पोस्ट के अनुसार, ‘एफएसओ एक नाव से मोस्कवा नदी के तल पर रखे गए विस्फोटकों के जरिए पुतिन की हत्या की साजिश के बारे में जांच कर रही थी। संघीय सुरक्षा सेवा के एक ड्यूटी अधिकारी ने पुल के नीचे एक संदिग्ध नाव की सूचना दी।’

पुल के नीचे दिखी संदिग्ध नाव
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ‘पुल पर गाड़ियों की आवाजाही के कारण’ संदिग्ध नाव को हटाने के लिए कहा गया था, जिसके बाद गोताखोरों को पानी में प्रवेश करते देखा गया। कहा जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसी ने नाव के चालक दल के कागजात की भी जांच की जिसमें बताया गया कि वे पुल की मरम्मत कर रहे थे। खबर में विस्फोटकों के मिलने या लोगों के इसमें शामिल होने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

पुतिन ने बढ़ाई अपनी सुरक्षा
कुछ रिपोर्ट्स में इसे ‘पुतिन की हत्या’ की साजिश कहा जा रहा है। यह खबर ऐसे समय पर आ रही है जब रूस यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ रहा है और हाल ही में वैगनर ग्रुप की ओर से तख्तापलट की कोशिश विफल हुई है। विद्रोह की आशंकाओं के चलते पुतिन ने अपनी निजी सुरक्षा बढ़ा दी है। खबरें हैं कि विद्रोह का नेतृत्व करने वाले वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन को निर्वासन में बेलारूस भेज दिया गया है।