अभी अभीः पूछताछ में सीमा हैदर का सनसनीखेज खुलासाः पाकिस्तानी सेना ने…जानकर हिल जायेंगे

इस खबर को शेयर करें

जेवर। पाकिस्तानी सीमा हैदर और सचिन की लव स्टोरी में जासूसी का एंगल आ गया है। सीमा को सोमवार को एटीएस ने ग्रेटर नोएडा स्थित उसके घर से हिरासत में ले लिया है। ATS सीमा के साथ ही उसके चार बच्चों और सचिन को भी अपने साथ ले गई है। किसी सीक्रेट लोकेशन पर सीमा से पूछताछ की जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, IB यानी इंटेलिजेंस ब्यूरो को इनपुट मिला है कि सीमा हैदर के चाचा पाकिस्तानी सेना में सूबेदार हैं। उसका भाई भी पाकिस्तानी आर्मी में है। जबकि इससे पहले सीमा ने अपने भाई को लेकर कहा था कि वह सेना में नहीं है, बल्कि सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा है। ATS इस इनपुट की जांच कर रही है कि यह कितना सच है।

IB से इनपुट मिलने के बाद ATS एक्शन में आ गई। सीमा हैदर के पासपोर्ट को भी जांच के लिए भेजा गया है। साथ ही, उसकी मोबाइल डिटेल्स की भी दोबारा जांच की जा रही है। उधर, नोएडा पुलिस ने सीमा के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। सचिन के परिवार को किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। सचिन के घरवालों ने दरवाजे बंद कर लिए हैं।

पाक खुफिया एजेंसी ISI से कनेक्शन का शक
सीमा हैदर का मामला जब सामने आया था तो उसके पाकिस्तानी एजेंसी ISI से कनेक्शन की चर्चा हुई थी। हालांकि, बाद में जांच एजेंसियों को इससे जुड़े कोई ठोस सबूत नहीं मिले। इसलिए मामला लव एंगल की तरफ मुड़ गया था। लेकिन अब IB के इनपुट के बाद फिर से जासूसी एंगल पर एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है।

1 दरोगा, 2 महिला और एक पुरुष कॉन्स्टेबल तैनात
सीमा हैदर के नोएडा के रबूपुरा गांव में स्थित घर पर एक दरोगा, 2 महिला और एक पुरुष कॉन्स्टेबल तैनात हैं। दो शिफ्ट में पुलिसकर्मी यहां रहकर उनके परिवार के लोगों के हर मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं। किसी भी बाहरी को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी जा रही है।

एक था टाइगर…फिल्म आपने भी देखी होगी। उसमें दो किरदार थे… टाइगर (इंडियन जासूस) और जोया (पाकिस्तानी जासूस)। कुछ इसी तरह की स्टोरी नोएडा से है। यहां टाइगर तो नहीं है, लेकिन सीमा गुलाम हैदर की जोया जैसी कहानी जरूर है।

इस कहानी में लव, गेम, धोखा और जासूसी का एंगल भी है। इंडियन एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि कहीं सीमा हैदर का पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ISI से तो कोई कनेक्शन नहीं है? उसका फोन क्यों टूटा और उसने सिम क्यों बदला? फर्राटेदार अंग्रेजी, ओवर स्मार्टनेस का राज क्या है? एजेंसियां ऐसे तमाम पहलुओं और कड़ियों को जोड़ने में जुटी हैं।