BSF स्थापना दिवस पर बोले अमित शाह: एंटी ड्रोन तकनीक पर काम जारी, दुश्मन को जल्द मिलेगा जवाब

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जैसलमेर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit shah) राजस्थान के दौरे पर हैं. आज अमित शाह जैसलमेर में BSF के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए. जैसलमेर में अमित शाह ने बीएसएफ जवानों के परेड की सलामी ली. बीएसएफ आज अपना 57वां स्थापना दिवस मना रही है. इस मौके पर अमित शाह ने बीएसएफ जवानों को सम्मानित भी किया.

BSF जवानों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि देश के 35000 जवानों ने अलग-अलग सीमाओं पर बलिदान दिए हैं और देश की सरहदों को महफूज बनाया है. बीएसएफ के जवानों ने सबसे ज्यादा देश के लिए बलिदान दिया है. यह सबसे कठिन सीमाओं की सुरक्षा कर रही है. मैं पूरे देश की ओर से और हमारे प्रधानमंत्री की ओर से सभी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.

अमित शाह ने कहा कि ड्रोन के खतरे से निपटने के लिए सरकार और वैज्ञानिक लगातार कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी बनाने के लिए बीएसएफ, NSG और डीआरडीओ मिलकर कोशिश कर रहे हैं. हमें वैज्ञानिकों पर पूरा भरोसा है. कुछ ही समय में हम ड्रोन प्रतिरोधक क्षमता बनाने में सफल होंगे और ड्रोन के खतरे का भरपूर जवाब देंगे.

गृह मंत्री ने कहा कि जब उरी और पुलवामा में हमला हुआ जो भारत सरकार ने पीएम मोदी के नेतृत्व में मजबूत होकर जवाब दिया और पूरी दुनिया ने इसकी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि कोई भी देश तभी प्रगति कर सकता है, जब वहां सुरक्षा कायम रहे. उन्होंने कहा कि कोई देश अपनी संस्कृति को तभी बचा सकता है जब वह सुरक्षित हो और हमारे जवान देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने में लगे हैं.

इससे पहले शनिवार को गृह मंत्री राजस्थान में बीएसएफ के एक पोस्ट पर पहुंचे और जवानों से बात की और उनकी जिंदगी को करीब से जाना. जैसलमेर की रोहिताश बॉर्डर आउट पोस्ट पर जाकर बीएसफ के जवानों से मिले और उनकी विभिन्न गतिविधियों की विस्तारपूर्वक जानकारी ली. अमित शाह ने कहा कि इस रेगिस्तानी क्षेत्र की भीषण गर्मी और कड़कती सर्दी में भी देश की सेवा व सुरक्षा के प्रति आपका समर्पण हर देशवासी को प्रेरित करता है. अमित शाह ने कहा कि बीएसएफ पूरी जांबाजी और समर्पण से देश की सीमाओं को अभेद्य रखने में अपना सर्वोच्च योगदान दे रही है.

बीएसएफ जवानों के साथ भोजन

गृह मंत्री ने बीएसएफ जवानों के भोजन भी किया. उन्होंने ट्विटर पर इसकी तस्वीरें भी पोस्ट की. अमित शाह ने कहा कि सुरक्षाबलों में विशेष अवसरों पर साथ बैठकर भोजन करने की एक परंपरा है जिसे ‘बड़ा खाना’ कहा जाता है. शनिवार को जैसलमेर बीएसएफ के कैंप में जवानों और अधिकारियों के साथ बड़े खाने पर भोजन करना मेरे लिए एक विशेष अवसर था.

देशभक्ति गीतों ने बांधा समां

गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने जवानों के साथ समय गुजारा और देशभक्ति के गीतों को सुना. यह मेरे जीवन के अविस्मरणीय पलों में से एक है. अपने परिवार से दूर राष्ट्रभक्ति के इस सराहनीय जज्बे के साथ देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे सभी जवानों की बहादुरी व समर्पण को नमन करता हूं.

BJP की सभा में भी करेंगे शिरकत

गृह मंत्री अमित शाह रविवार को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को भी संबोधित करेंगे और कार्यकर्ताओं को मिशन 2023 के लिए अभी से लग जाने का संदेश देंगे.

जहां पर अमित शाह की सभा है, वहां पर बीजेपी बड़े-बडे कटआउट के जरिए राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है. अमित शाह के सभा स्थल पर भगवान राम और अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के कटआउट लगाए गए हैं. इसके अलावा डॉ. बी आर आम्बेडकर, आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के कटआउट लगाए गए हैं. ये इशारा है कि अगले चुनाव में बीजेपी अपनी चुनानी रणनीति हिन्दुत्व, दलित और आदिवासी जैसे मुद्दों के इर्द-गिर्द बना सकती है.

माना जा रहा है कि अमित शाह राज्य के दस हजार जनप्रतिनिधियों से रू-बरू होंगे. इसमें सांसद से लेकर विधायकों तक और जिला प्रमुख और दूसरे नेता शामिल होंगे.