पंजाब कांग्रेस में CM चेहरे की जंग:​​​​​​​ चन्नी, सिद्धू और जाखड़ के बाद प्रताप बाजवा की भी एंट्री, पार्टी से मिले संकेत

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चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस के CM चेहरे की जंग में अब एक नए चेहरे की एंट्री हो गई है। अभी तक सीएम चरणजीत चन्नी, पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिद्धू और कैंपेन कमेटी चेयरमैन सुनील जाखड़ प्रमुख चेहरे थे। इसमें सांसद प्रताप सिंह बाजवा का नाम भी जुड़ गया है। बाजवा को पंजाब में कांग्रेस की मेनिफेस्टो कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। असल में पंजाब कांग्रेस ने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें विरोधियों पर हमला करने वालों में राहुल गांधी की अगुवाई में सिद्धू, चन्नी, जाखड़ और बाजवा भी शामिल हैं।

यह पहली बार है कि कांग्रेस ने बाजवा को कहीं दूसरे नेताओं के साथ इतनी तरजीह दी हो। बाजवा पंजाब में कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे हैं। हालांकि कैप्टन अमरिंदर सिंह की वजह से कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें आगे नहीं किया।

बाजवा कहते रहे, पर्याप्त मौका नहीं मिला

कुछ दिन पहले प्रताप सिंह बाजवा ने कहा था कि वह सीएम चेहरे की दौड़ में नहीं हैं। हालांकि वह पहले जरूर कहते रहे हैं कि उन्होंने पार्टी के लिए पूरी जिंदगी लगा दी लेकिन उन्हें पर्याप्त मौके नहीं मिले। पहले भी बाजवा को हटाकर कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पार्टी प्रधान बनाया और फिर मुख्यमंत्री भी कैप्टन ही बने। इसके बावजूद प्रताप बाजवा पार्टी के साथ डटे हुए हैं।

मौका देख पंजाब लौटे बाजवा

प्रताप सिंह बाजवा कैप्टन के सीएम बनने के बाद केंद्र की राजनीति में चले गए थे। स्टेट पॉलिटिक्स में उनका ज्यादा दखल नहीं था। हालांकि सितंबर महीने में जैसे ही कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम की कुर्सी से हटाया गया तो बाजवा ने वापस लौटने की तैयारी कर ली। कांग्रेस हाईकमान से बात करने के बाद वह कादियां सीट से चुनाव लड़ने आ गए। यहां उनके भाई फतेहजंग बाजवा सिटिंग विधायक हैं। ऐसे में चर्चा होने लगी है कि चन्नी, सिद्धू और जाखड़ के बीच मचे घमासान में कांग्रेस सत्ता में आई तो बाजवा की लॉटरी लग सकती है।