2024 से पहले BJP का विपक्ष को धोबी पछाड, शामिल हुआ ये बडा नेता, सबको झटका

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मुंबई। महाराष्ट्र में रविवार को बड़ा पॉलिटिकल डेवलपमेंट हुआ। NCP के अजित पवार ने दोपहर ढाई बजे शिवसेना के एकनाथ शिंदे की सरकार में डिप्टी CM पद की शपथ ली। शपथ के तुरंत बाद ट्विटर प्रोफाइल बदला और लिखा- डिप्टी सीएम ऑफ महाराष्ट्र।

अजित पवार 8 विधायकों छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल, धर्मराव अत्राम, सुनील वलसाड, अदिति तटकरे और हसन मुश्रीफ के साथ दोपहर करीब 2 बजे राजभवन पहुंचे थे। 3 बजते-बजते CM शिंदे और डिप्टी CM देवेंद्र फडवणीस की मौजूदगी में सभी को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, अजित समेत बाकी विधायक शरद पवार के पटना में विपक्षी एकता बैठक में मंच साझा करने और राहुल गांधी के साथ सहयोग करने के एकतरफा फैसले से नाराज थे।

महाराष्ट्र में अगले साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके छह महीने पहले आम चुनाव होंगे। अजित के शामिल होने के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम विधानसभा और लोकसभा में पहले से ज्यादा सीटें जीतेंगे। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि हमारी सरकार को 40 NCP विधायकों का समर्थन है।

ऐसे में अब महाराष्ट्र में नेता विपक्ष का पद कांग्रेस को मिल सकता है। विपक्ष में सबसे ज्यादा 44 सीटें कांग्रेस के पास हैं।

अजित के डिप्टी CM बनने के बाद 3 बड़े बयान…

1. शरद पवार बोले- मुझे लोगों का समर्थन, मैं मजबूत हूं
शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा- मेरी अभी शरद पवार जी से बात हुई है। उन्होंने कहा कि वो मजबूत हैं और उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त है। हम उद्धव ठाकरे के साथ फिर से सब कुछ ठीक करेंगे। लोग इस गेम को ज्यादा दिनों तक बर्दाश्त नहीं करेंगे।

2. एकनाथ शिंदे बोले- अब ट्रिपल इंजन की सरकार
एकनाथ शिंदे ने कहा- अजित पवार के आने से सरकार को फायदा होगा। प्रदेश तेज गति से विकास करेगा। अब ट्रिपल इंजन की सरकार हो गई है।

3. जो हुआ वह महाराष्ट्र के हित में है: फडणवीस
फडणवीस ने कहा- आज जो कुछ हुआ, वह महाराष्ट्र के हित में है। भाजपा, शिंदे और अजित पवार… तीनों मिलकर महाराष्ट्र के विकास को गति देंगे।

अजित ने सुबह विधायकों की मीटिंग ली, सुप्रिया मौजूद थीं पर शरद पवार को जानकारी नहीं थी
अजित पवार ने रविवार को मुंबई में अपने आधिकारिक आवास पर पार्टी के कुछ नेताओं और विधायकों के साथ मीटिंग की। इसमें पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले मौजूद थीं। अजित पवार के राजभवन पहुंचने के दौरान NCP चीफ शरद पवार पुणे में थे। उन्हें विधायकों की मीटिंग की जानकारी नहीं थी। बाद में जब उन्हें इसका पता लगा तो बोले- अजित पवार विपक्ष के नेता हैं तो उन्हें विधायकों की बैठक बुलाने का अधिकार है।

अजित पवार की नाराजगी की 2 वजह…

पहली वजह: शरद पवार का इस्तीफा और फिर पलटना
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजित पवार शरद पवार से नाराज चल रहे थे। पहली बार 2 मई को जब शरद पवार ने NCP अध्यक्ष पद छोड़ा था तो इस बात की संभावना थी कि अजित पवार को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है। जब पार्टी नेताओं और समर्थकों ने शरद पवार के फैसले का विरोध किया तो अजित ने खुलेआम कहा था कि इस विरोध से कुछ नहीं होगा।

पवार साहब अपना फैसला नहीं बदलेंगे। हालांकि 4 दिन में ही पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। वे जब इस बात की जानकारी मीडिया को देने आए तो अजित पवार वहां मौजूद नहीं थे। तब इस बात की चर्चा थी कि अजित शरद पवार के फैसले से नाराज हैं