मुजफ्फरनगर में शिक्षक हत्याकांड में बडी अपडेटः शव ले गए घरवाले, मुजफ्फरनगर में शुरू हुआ…

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मुजफ्फरनगर। चंदौली से उत्तर पुस्तिकाएं लेकर आए शिक्षक की सिपाही ने मुजफ्फरनगर में सोमवार रात गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं जिले के शिक्षक विरोध में उतर आए और उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया। सुबह शिक्षक का शव परिजन लेकर गए। इसके बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू किया गया।

मुजफ्फरनगर जनपद में शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की हत्या के मामले में शिक्षक विरोध में उतर आए। मृतक के परिजन सोमवार देर रात मुजफ्फरनगर पहुंचे। आरोपी हेड कांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शिक्षक का शव परिजनों को सौंप दिया।

परिजनों ने डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी और एसएसपी अभिषेक सिंह ने मुलाकात की। अधिकारियों ने हर संभव मदद का भरोसा दिया। शासन की ओर से स्वीकृत की गई आर्थिक सहायता के विषय में भी बताया। परिवार ने शिक्षक के साथ रहे लोगों से भी जानकारी ली।

मुजफ्फरनगर में शुरू हुआ मूल्यांकन
शिक्षक की हत्या के विरोध में सोमवार को जिले में शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दिया था। मंगलवार को मूल्यांकन प्रक्रिया फिर शुरू हो गई। शहर में पांच केंद्रों पर मूल्यांकन की प्रक्रिया जारी है।

क्या था मामला
वाराणसी पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश, दरोगा नागेंद्र चौहान, जनपद चदौली के गांव बैराठ निवासी सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार, अध्यापक संतोष कुमार व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र मौर्य व कृष्ण कांत, डीसीएम चालक गोंडा निवासी साधू यादव वाराणसी से डीसीएम में उत्तर पुस्तिकाएं लेकर मुजफ्फरनगर के मूल्याकंन केंद्र पर उतारने आए थे। रविवार रात करीब दो बजे वह सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रोडवेज बस अड्डे के पास एसएसपी आवास के सामने एसडी इंटर कालेज के गेट पर पहुंचे।

गेट बंद होने के कारण डीसीएम वहां खड़ी कर आराम करने लगे। इस दौरान हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश ने सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार से खाने के लिए तंबाकू मांगा। शिक्षक ने तंबाकू नहीं होने की बात कही। इसी बात से गुस्साए हेड कांस्टेबल ने सरकारी कारबाइन से शिक्षक पर फायरिंग कर दी। शिक्षक को कई गोली लगी, जिसमें उसकी मौत हो गई थी।