राजस्थान में मतदाताओं को ‘चाय की चुस्की’ से जोड़ेगी बीजेपी, क्या है विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का विस्तार मॉडल?

BJP will connect voters with 'sip of tea' in Rajasthan, what is the party's expansion model for the assembly elections?
BJP will connect voters with 'sip of tea' in Rajasthan, what is the party's expansion model for the assembly elections?
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जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी ने कमर कस ली है. बीजेपी अपनी चुनावी रणनीति को जमीन पर उतारने में जुट गई है. इसी सिलसिले में बीजेपी ने राजस्थान में नॉन बीजेपी वोटर्स को साधने के लिए एक विशेष फॉर्मूला तैयार किया है. जानकारी के मुताबिक बीजेपी राज्य में बड़े स्तर पर ‘चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम का आयोजन करवाने जा रही है जहां चाय की चुस्कियों के साथ गप-शप और मान-मनुहार से बीजेपी की नजर नॉन बीजेपी वोटर्स को साधने पर है. वहीं बीजेपी एक बार फिर राज्य में अपने विस्तारक मॉडल को अपनाने जा रही है. बता दें कि बीजेपी की ओर से नियुक्त किए गए विस्तारक पार्टी के लिए फुल टाइम काम करेंगे और सूबे की 200 विधानसभा सीटों पर 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर फील्ड रिपोर्ट तैयार करेंगे.

पार्टी के मुताबिक विस्तारक सभी सीटों पर जीतने वाले उम्मीदवारों का फीडबैक आलाकमान तक पहुंचाएंगे. बीजेपी राज्य के कई जिलों में आने वाले दिनों में विस्तारकों का एक ट्रेनिंग कैम्प लगाएगी जिसमें पार्टी के सीनियर पदााधिकारी और नेता मौजूद रहेंगे. राजस्थान बीजेपी के मुखिया सतीश पूनिया ने सभी जिला अध्यक्षों को विस्तारक का चयन करने के आदेश दिए हैं जिसके बाद नाम फाइनल घोषित किए जाएंगे.

कैसे काम करेंगे बीजेपी के विस्तारक ?
जानकारी के मुताबिक पार्टी हर विस्तारक को किसी दूसरे विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपेगी जहां यह बूथ कमेटी, पन्ना प्रमुख, विधायक और सांसदों के साथ तालमेल बिठाकर काम करेंगे. वहीं विस्तारक विधानसभा और लोकसभा सीट के लिए समीकरणों का एनालिसिस करेंगें. इसके साथ ही विस्तारक आम जनता के बीच मेल-जोल बढ़ाकर और चाय पर चर्चा के दौरान बीजेपी की योजनाओं के बारे में बताएंगे.

सतीश पूनिया के मुताबिक विस्तारक ऐसे एक्टिव कार्यकर्ता हैं जो चुनाव लड़ने की महत्वाकांक्षा नहीं रखते हुए पार्टी संगठन के लिए जमीनी स्तर पर काम करेंगे. बता दें कि 2014 और 2019 लोकसभा चुनावों में बीजेपी की चुनावी जीत में में ऐसे ही समर्पित कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही है. इधर राजस्थान में बीजेपी पन्ना प्रमुख नियुक्ति करने का अभियान भी तेजी से चला रही है जहां सभी 52 हजार बूथों पर समितियां और पन्ना प्रमुख नियुक्त किए जाएंगे जो बूथ मैनेजमेंट का काम करेंगे.

कौन बनेंगे पार्टी के विस्तारक ?
बता दें कि बीजेपी में विस्तारक नियुक्त करने के लिए ऐसे नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी जो पार्टी के लिए लम्बे समय से जमीन पर काम कर रहे हैं और सक्रिय कार्यकर्ता हैं. वहीं अपने इलाके में लोगों के बीच अच्छी पकड़ रखने वाले लोगों को विस्तारक की जिम्मेदारी दी जाएगी जिसमें पूर्व जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, जिले से जुड़े पदाधिकारी और पार्षद शामिल हैं.

बताया जा रहा है कि बीजेपी अपने विस्तारकों को ट्रेनिंग के बाद अगस्त से ही फील्ड में उतार देगी जहां वह बूथ लेवल कार्यकर्ताओं के साथ घर-घर जाकर पार्टी का प्रचार करेंगे. वहीं विस्तारक विधानसभा क्षेत्रों से संभावित उम्मीदवारों और नए चेहरों को लेकर एक सीक्रेट रिपोर्ट तैयार करेंगे जो बीजेपी प्रदेश नेतृत्व को सौंपी जाएगी.