बिहार के लिए BJP का फॉर्मूला तैयार, लोकसभा चुनाव को लेकर लालू की ‘S’ फैक्टर वाली बड़ी प्लानिंग

BJP's formula ready for Bihar, Lalu's big planning with 'S' factor for Lok Sabha elections
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पटना : भाजपा और महागठबंधन की रैली के बाद यह तो पता चल ही गया कि पिछले डेढ़ दशक में भी बिहार की राजनीति की आधारभूमि में कोई फर्क नहीं आया है। अभी भी चुनावी लड़ाई के वही पुराने मुद्दे हैं। जिसके सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की जुगत में राजनीतिक पार्टियां जुटी है। दोनो रैलियों का लबोलुबाब यही है कि एक बार फिर सेक्युलरिज्म और जंगल राज के साथ आरक्षण के तड़के के साथ वर्ष 2024 में होने वाली आगामी लोक सभा चुनाव की जंग लड़ी जाएगी। लालू एस फैक्टर यानी सेक्लुलरिज्म पर काम करेंगे। लालू पूर्व की तरह बीजेपी के खिलाफ धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे को हवा देंगे। उसके अलावा लालू ने बीजेपी से जंग के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है। लालू ने अपने वर्चुअल भाषण में सबकुछ क्लियर कर दिया और महागठबंधन को तगड़ा संदेश भी दे दिया। कुल मिलाकर लालू महागठबंधन के मंच पर सभी दलों को देखकर काफी खुश हुए।

जाने अमित शाह ने क्या कहा?
अमित शाह ने महागठबंधन को आगामी चुनाव में घेरने के वैसे तो कई मुद्दे उछाले लेकिन जंगलराज से बिहार को छुटकारा दिलाने का आह्वाहन कर अपना इरादा साफ कर दिया। जनता को आगाह करते अमित शाह ने साफ कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के अधूरे जंगलराज को पूरा जंगलराज बनाने के लिए ही नीतीश कुमार अब लालू प्रसाद की गोद में जा बैठे हैं। इस मौके पर अपने गलती स्वीकार करते कहा कि नीतीश कुमार हमे जब पहली बार धोखा दिया तभी संभालना चाहिए था। लेकिन भाजपा ने बड़ा दिल दिखाया और विश्वास करते दूसरी बार भी मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन अब भाजपा पलटू राम के झांसे में नहीं आएगी और अब नीतीश कुमार के लिए भाजपा में इंट्री बंद कर दी है। इसलिए जंगल राज से मुक्ति चाहते हो तो अकेले दम पर भाजपा की सत्ता बिहार में लाना होगा। ऐसा इसलिए कह रहा हूं कि लालटेन से जो लौ उठी है, उसमें पूरा बिहार धधक रहा है। अब नीतीश बाबू में तो हिम्मत नहीं है कि वो लालटेन की लौ को बुझाएं। मगर मैं बिहार की जनता को कहने आया हूं कि इस बार ऐसा सबक सीखा दीजिए कि बिहार में दल बदलने वाले चुप हो जाएं। 2024 में नरेंद्र मोदी को भारी बहुमत से प्रधानमंत्री बनाना है। और तब केंद्र में नरेंद्र मोदी और बिहार में भाजपा की सरकार होगी तभी सही मायने में डबल इंजन की भाजपा नीत सरकार बनेगी। ये नीतीश कुमार तो केंद्र की दी जाने वाली राशि भी खर्च नही कर पाये। इसलिए आधार विकास हुआ। डबल इंजन की सरकार पूरा विकास लायेगी।श्री शाह इस क़दर उत्साही हो गए कि रैली में ही आई जनता को संकल्प दिलाए कि आया राम गया राम को भगाएंगे और भाजपा की सत्ता लायेंगे।

पूर्णिया की रैली में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद वर्चुअल माध्यम से ही सही पर देश को भाजपा से मुक्ति का मार्ग बता गए। उन्होंने देश को सावधान करते कहा कि ये हिंदू मुस्लिम की राजनीति कर देश को बांट रहे है। बीजेपी की गलत नीतियों के कारण आज देश टुकड़े टुकड़े होने की कगार पर है। भाजपा कोई पार्टी नहीं है बल्कि आरएसएस का मुखौटा है और बीजेपी संघ आरक्षण का घोर विरोधी हैं।

आरक्षण का कार्ड का रिनुअल किया
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने महागठबंधन की रैली में आरक्षण कार्ड खेलते हुए बीजेपी को आरक्षण का घोर विरोधी बताया और कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग देश में आरक्षण को खत्म करने की साजिश कर रहे हैं। ऐसे में सभी को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी। लालू ने अपने संबोधन में कहा कि इस बात की काफी खुशी है कि पूर्णिया में महागठबंधन के सभी दलों के लोग एक मंच पर नजर आए। यही एकजुटता इस बात को साबित करेगी कि लोकसभा का जो चुनाव होने वाला है उसके लिए महागठबंधन पूरी तरह से तैयार है।

नीतीश का मुद्दा विशेष राज्य का दर्जा
रैली में अपनी अलग पहचान कायम करते हुए नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के मुद्दे में एक मुद्दा विशेष राज्य के दर्जे को आगामी चुनावी जंग में शामिल कर दिया। महारैली के दौरान सीएम ने कहा कि 125000 करोड़ों रुपए की मदद का ऐलान किया था।8 साल में मात्र 59 हजार करोड़ रुपया मिला है। ये कहकर उन्होंने मैसेज दिया कि बिहार के विकास में भाजपा का कोई योगदान नहीं है। अगला चुनाव विकास और विशेष दर्जा के मुद्दे पर ही लड़ेंगे। नरेंद्र मोदी और अमित शाह को निशाने पर लेते नीतीश कुमार ने कहा दिल्ली में दो नेता हैं, एक प्रधानमंत्री और दूसरे गृहमंत्री। इनको विरुद्ध 2024 के लोकसभा चुनाव में टकराने के लिए बिहार में सात दलों का मजबूत गठबंधन बना है और सभी 40 सीटों पर हमलोग जीतेंगे। हमलोग तो अब सिर्फ कांग्रेस का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें डिसिजन जल्दी लेना चाहिए।

तेजस्वी यादव ने पकड़ी नीतीश और लालू की राह
तेजस्वी यादव तो लालू जी के आरक्षण और नीतीश कुमार का विशेष राज्य का दर्जा मुद्दे को अपने कंधे पर रख लिया। रही सही मदद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने यह कह कर किया कि भाजपा जिस जंगलराज- जंगलराज कह कर चिल्ला रही है वह राज सामाजिक न्याय का था ।तेजस्वी यादव ने रोजगार का मुद्दा जरूर जोड़ा और कहा भी कि हर हाल में पूरा होगा । क्योंकि एक बिहारी सब पर भारी। सो,बिहार में जंगल राज नहीं अमन राज और मंगल राज है। बहरहाल, आगामी लोक सभा चुनाव का मुद्दा तय हो गया है। सभी पार्टियां लय में आ चुकी है। दोनों के लिए क्यों और किसलिए बिहार की 40 सीटों का महत्व भी दिख रहा है। इनकी रणनीतियां तो आगे दिखेंगी। मगर जिस तरह से महागठबंधन के लिए सात दलों के गठबंधन को बनाए रखने की चुनौती है उसी तरह से भाजपा को राज्य में मजबूत दलों का गठबंधन बनाना आज की तारीख में चुनौती बन गया है।