कूलर बना किलर? ठंडी हवा जहरीली हुई और नाशिक में गई एक परिवार के तीन लोगों की जान

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नासिक: क्या एयर कूलर (Air Cooler) से कभी मौत हो सकती है? क्या एयर कूलर की हवा जहरीली भी हो सकती है? क्या कूलर कभी किलर बन सकता है? महाराष्ट्र (Maharashtra) के नासिक की एक खबर दिमाग झनझना देने वाली है. एक ही परिवार के चार लोग हफ्ते भर पहले रात को कूलर की ठंडी हवा के सामने सो गए. सुबह चारों की तबीयत खराब हो गई. उन्हें नासिक के अस्पताल में भर्ती करवाया गया. पहले दादा और पोते की मौत हो गई और आज पोती भी इस दुनिया से चल बसी. दोनों बच्चों की मां अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है. नासिक जिले के बागलाण तालुके के महड (3 deaths of a family in mahad nashik) गांव की यह घटना है.

जो प्राथमिक जानकारी मिली है उसके मुताबिक कूलर के पास रखे खेती के लिए इस्तेमाल में आने वाली कीटनाशक दवा हवा में घुलने की वजह से कमरे में फैली हवा जहरीली हो गई. सांस लेने के सिलसिले में परिवार के सदस्यों के अंदर यह हवा चली गई और सुबह जब ये लोग उठे तो उनकी तबीयत पूरी तरह से बिगड़ चुकी थी. इस दुर्घटना में कमरे में सोने वाले परिवार में दादा, भाई, बहन और मां की तबीयत की बिगड़ी. परिवार के जो लोग कमरे से बाहर जाकर खुली हवा में सोए थे, वे स्वस्थ हैं. फिलहाल इन तीन मौतों की सही वजह जानने के लिए पुणे प्रयोगशाला में घटनास्थल के आस-पास से मिली चीजों के सैंपल्स भेजेे गए हैं. पुणे प्रयोगशाला की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही वजह सामने आ सकेगी.

नासिक जिले के बागलण तालुके के महड गांव में जीभाऊ सोनवणे का परिवार रहता था. इस परिवार के चार सदस्य दिन भर के काम काज के बाद खाना खाकर कमरे में सोने गए. कूलर की ठंडी हवा में ये लोग रात भर सोए. परिवार के बाकी सदस्य घर से बाहर जाकर खुली हवा में सो गए. जब सुबह हुई तो कमरे में कूलर की हवा में सोने वाले परिवार के चारों सदस्यों की तबीयत बिगड़ चुकी थी. तुरंत इन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और प्राथमिक जांच के बाद के उन्हें ग्रामीण उपजिला अस्पताल में लाया गया. इसके बाद डॉक्टरों ने इन्हें नासिक के जिला अस्पताल में भेज दिया. इलाज के दौरान एक के बाद एक तीन लोगों की मौत हो गई. एक की हालत गंभीर बनी हुई है. मरने वालों में 68 साल के बालू, उनका पोता राहुल और पोती नेहा है. बहू सरिता जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है.
पुणे के प्रयोगशाला में सैंपल किए जा रहे टेस्ट, आखिर क्यों हुई अचानक ये तीन डेथ

मेडिकल जांच से जुड़ी टीम घटनास्थल के पास ससे मिली सभी चीजों के सैंपल्स की जांच कर रही है. कूलर के पास खेती के काम में इस्तेमाल में लाए जाने वाले कीटनाशक द्रव्य रखे हुए पाए गए हैं. फिलहाल यही अंदाज लगाया जा रहा है कि कूलर की हवा इन कीटनाशक द्रव्यों से मिलकर जहरीली हो गई. कमरे का दरवाजा बंद होने की वजह से कमरे में नाइट्रोजन का स्तर बढ़ गया. यह प्राथमिक तौर पर अनुमान बागलण तालुका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने लगाया है. फिलहाल घटनास्थल में पाई गई चीजों के सैंपल पुणे के प्रयोगशाला में भेजा गया है. जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह साफ हो पाएगी.