हरियाणा में आशा वर्कर्स का दर्शन, हजारों महिलाओ ने की गृहमंत्री की कोठी घेरने की कोशिश

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अंबाला। हरियाणा में आशा वर्कर्स के प्रदर्शन से पुलिस-प्रशासन परेशान है। आशा वर्कर्स अपने मानदेय में एक हजार रुपए की कटौती को बहाल करने की मांग कर रही हैं। जिसके लिए उन्‍होंने गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से गुहार लगाई। मगर, विज ने उन्‍हें राहत नहीं दी। जिससे वे आक्रोशित हो गईं और विज की कोठी का घेराव करने की कोशिश की। इस दौरान प्रदेशभर की आशा वर्कर्स गुरुवार को गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गढ़ की ओर रवाना हुईं, मगर पुलिस ने उन्‍हें रोक लिया।

हरियाणा में आशा वर्कर्स का प्रदर्शन
पुलिस ने करीब 1300 आशा वर्कर्स को हिरासत में ले लिया। वहीं, मोहड़ा में 2-3 आशा वर्कर्स से की पुलिस से हाथा-पाई भी हुई। बताया जा रहा है कि, प्रदर्शन कर रहीं प्रदेशभर की आशा वर्कर्स को रोकने के लिए बड़ी तादाद में महिला पुलिसकर्मी बुलवाई गई थीं। अंबाला जा रहीं कुछ आशा वर्कर्स जब जीटी रोड के बीचों-बीच बैठ गईं, तो महिला पुलिसकर्मी उन्‍हें घसीटते हुए ले गईं और हिरासत में ले लिया। साढौरा और बिलासपुर में जिन मैक्सी कैब को आशा वर्कर्स ने किराए पर किया था, पुलिस ने उन्हें खाली कराकर निकाल दिया। साढौरा में उनकी एक ड्राइवर से हाथा-पाई हुई।

काम छोड़कर जा रहीं धरने पर
आज आशा वर्कर्स काम छोड़कर, धरना दे रही हैं। कल उन्‍होंने साढौरा व बिलासपुर थाने में भी धरना दिया। एक आशा-वर्कर ने कहा कि, वे मानदेय में कटौती की बहाली करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं। आशा वर्कर्स की राज्य महासचिव सुनीता ने कहा कि, गृहमंत्री अनिल विज ने हमारी मांग पर ध्‍यान देने की बात कही थी। इसलिए वे 14 दिसंबर 2021 और 3 फरवरी को अम्बाला में गृहमंत्री अनिल विज से मुलाकात कर चुकी हैं।

गृहमंत्री ने आश्वासन दिया था: यूनियन लीडर
उन्होंने कहा, ”हमें 3 फरवरी को गृहमंत्री ने आश्वासन दिया था कि, 4 फरवरी को मुख्यमंत्री अम्बाला में आएंगे तो वे उनसे बातचीत करेंगे, लेकिन काफी दिन हो गए, हमारी मांग पूरी नहीं हुई।’

सभी जिलों में डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन होगा
आशा वर्कर्स की राज्य महासचिव सुनीता का कहना है कि, पुलिस-प्रशासन उन्‍हें रोकने की कोशिश कर रहे हैं। मगर..वे अपनी मांगों के लिए आवाज उठाती रहेंगी। उन्‍होंने कहा कि, आज आशा वर्कर्स सभी जिलों में डीसी कार्यालय पर धरना देंगी।’ उधर, कहा जा रहा है कि, व‍िज उनसे कुछ दिनों में बात करना चाहते थे, लेकिन आशा वर्कर्स का विरोध कम होने की बजाए बढ़ गया।