गेम में मरते ही असल जिंदगी में भी हो जाएगी मौत, बनाने वाले को भी नहीं हो रही है खेलने की हिम्मत!

Death will happen in real life as soon as you die in the game, even the creator is not getting the courage to play!
Death will happen in real life as soon as you die in the game, even the creator is not getting the courage to play!
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नई दिल्ली: गेमिंग इंडस्ट्री लगातार बदलती रहती है. अब एक नई रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है. Oculus Rift के फाउंडर और डिजाइनर Palmer Luckey ने अपने लेटेस्ट वर्चुअल रियलिटी (VR) मास्टरपीस के बारे में जानकारी दी है. इसको लेकर बताया गया है कि अगर आप गेम में मरते हैं तो आप रियल लाइफ में भी मर जाएंगे.

NerveGear दिया गया है नाम
ये VR हेडसेट काफी पावरफुल रहेगा. उन्होंने अपने ब्लॉग पोस्ट में जानकारी दी है कि इस हेडसेट को लेकर उन्होंने जानकारी दी कि इस पर आधा काम हो चुका है. इसको उन्होंने NerveGear नाम दिया है. ये एक नॉर्मल वीआर की तरह होगा जिसमें तीन एक्सप्लोसिव चार्ज तक हो सकते हैं.

इन चार्ज को फोटोसेंसर से फिट किया जाएगा. इससे प्लेयर जैसे ही गेम में मरेगा रियल लाइफ में भी उसकी मौत हो जाएगी. ये एक्सप्लोसिव तब एक्टिवेट होंगे जब किसी खास फ्रीक्वेंसी में स्क्रीन पर रेड फ्लैश होगी. इसको गेम डिजाइनर गेम के हिसाब से डिजाइन कर सकते हैं.

वर्चुअल वर्ल्ड में रियल का अहसास
Palmer Luckey ने अपने ब्लॉग पोस्ट में जानकारी दी है कि रियल लाइफ को वर्चुअल अवतार से जोड़ने का आइडिया हमेशा से उन्हें आकर्षित करता रहा है. आप दांव को मैक्सिमम लेवल तक ले जाते हैं और लोगों को सोचने पर मजबूर कर देते हैं कि वो वर्चुअल वर्ल्ड और इसमें मौजूद प्लेयर्स से कैसे इंटरैक्ट करते हैं.

वो आगे बताते हैं कि ग्राफिक्स बेहतर करने से गेम ज्यादा रियल लग सकता है. लेकिन, गंभीर परिणामों का खतरा ही गेम आपको और गेम के हर दूसरे व्यक्ति को वास्तविक महसूस करा सकता है. गेमिंग के लंबे इतिहास में ये एक ऐसा एरिया है जिसे कभी एक्सप्लोर नहीं किया गया है.

उन्होंने कहा है कि उनकी भी अभी तक इसको यूज करने की हिम्मत नहीं हुई है. उन्होंने आगे बताया कि ये परफेक्ट सिस्टम नहीं है. उनके पास एंटी-टैम्पर मैकेनिज्म को लेकर भी प्लान है. वो इसको ऐसा बनाना चाहते हैं कि वीआर हेडसेट को रिमूव करना या नष्ट करना असंभव हो.

उन्होंने कहा कि ये वीआर हेडसेट अभी केवल आर्ट का एक पीस है लेकिन, ये पहला VR डिवाइस है जो फिक्शन से अलग लोगों को मारने की क्षमता रखता है. उनका दावा है कि ये आखिरी नहीं होगा. इस वीआर को को लेकर कई लोग सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि ऐसे खतरनाक वीआर को बैन करने पर सरकार को सोचना चाहिए.