दिल्ली की हवा फिर हुई ‘दमघोंटू’, कई जगह प्रदूषण का स्तर 400 के पार

Delhi's air again becomes 'suffocating', pollution level crosses 400 at many places
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Delhi AQI Level Today: दिल्ली- एनसीआर में एक बार फिर मौसम के विपरीत परिस्थितियों के कारण वायु प्रदूषण का दंश झेलना पड़ रहा है. प्रदूषण का स्तर एक बार फिर से गंभीर श्रेणी के नजदीक पहुंच चुका है और आने वाले दिनों में राहत मिलने की संभावना नजर नहीं आ रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राजधानी दिल्ली में बुधवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 392 दर्ज किया गया, जो दिवाली के प्रदूषण के स्तर से बेहद खराब है. राज्य के कई इलाकों जैसे RK पुरम, पंजाबी बाग, नेहरू नगर और आनंद विहार में गंभीर प्रदूषण स्तर (AQI 400 से ऊपर) दर्ज किया गया.

एनसीआर का भी बुरा हाल

एसीआर के गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा-ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में भी वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब बना हुआ है. नोएडा में बुधवार सुबह AQI का स्तर 339 रहा. वहीं, ग्रेटर स्तर में AQI 312 दर्ज किया गया. गाजियाबाद की बात करें तो यहां AQI 362 रहा. गुरुग्राम और फरीदाबाद में वायु का स्तर क्रमश: 322 और 369 दर्ज किया गया. बता दें कि हाल ही में हुई बारिश के बावजूद दिल्ली में सोमवार से प्रदूषण के स्तर में वृद्धि दर्ज की गई. दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में धुंध छाई रही. लोगों ने दिवाली के दौरान प्रतिबंध के बावजूद जमकर पटाखे फोड़े.

पटाखा-पराली मुख्य कारण

वहीं, इससे पहले दिवाली के दिन दिल्ली में प्रदूषण का स्तर आठ सालों में सबसे बढ़िया रहा, लेकिन बाद में पराली जलाने और पटाखा फोड़ने से प्रदूषण के स्तर में वृद्धि दर्ज की गई. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने नोट किया कि पटाखे दिवाली के बाद प्रदूषण में वृद्धि का प्रमुख कारण थे. भारतीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली के वायु प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 12 प्रतिशत था. वहीं, बुधवार को इसका असर 14 प्रतिशत और गुरुवार को 6 प्रतिशत रहेगा.

लागू रहेगा ग्रेप का आखिरी चरण

केंद्र सरकार की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के अंतिम चरण के तहत प्रदूषण से बचने के लिए दिल्ली में कई प्रतिबंध लगाए गए हैं. इनमें निर्माण कार्य पर प्रतिबंध और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध शामिल हैं. वहीं, अधिकारी स्थिति की निगरानी करना जारी रखेंगे और बदलती परिस्थितियों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे.