दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का प्रदर्शन, हरियाणा में गरमाई सियासत

Demonstration of wrestlers at Delhi's Jantar Mantar, politics heats up in Haryana
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हरियाणा के पहलवानों के दिल्ली में दिए जा रहे धरने से प्रदेश की राजनीति पूरे उफान पर है। विपक्षी राजनीतिक दलों के साथ-साथ प्रदेश की खाप पंचायतें और अन्य कई संगठन लामबंद हो चुके हैं। हालांकि खिलाड़िय़ों की मांगों का हरियाणा से कोई भी सीधा संबंध नहीं है। इसके बावजूद हरियाणा के सभी दल दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के मुद्दे को भुनाने में जुटे हैं। कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा की बुधवार की रात गिरफ्तारी के बाद गुरुवार की सुबह सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार, झज्जर की विधायक गीता भुक्कल समेत कई कांग्रेस विधायकों और कई संगठनों के प्रतिनिधियों ने दिल्ली कूच किया। हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुधा भारद्वाज, आईएनएलडी नेता अभय चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला, आप के राज्य सभा सांसद एवं हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता, पूर्व सांसद अशोक तंवर समेत हरियाणा के कई नेता धरना दे रहे पहलवानों का समर्थन कर चुके हैं।

​खाप पंचायतों का भी समर्थन​
पहलवानों के समर्थन में हरियाणा से भारी संख्या में खाप पंचायतों से जुड़े लोगों, किसान संगठनों के दिल्ली जाने की आशंका के चलते चंडीगढ़ से लेकर हरियाणा व दिल्ली पुलिस ने चंडीगढ़ से कुंडली बॉर्डर तक नाकाबंदी रखी। आम आदमी पार्टी ने आज पहलवानों के समर्थन में प्रदेश भर में प्रदर्शन का ऐलान किया है। आप नेता अनुराग ढांडा ने गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करके विरोध प्रदर्शनों को लेकर रणनीति बनाई। कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि पहलवान अपनी जायज मांग के लिए धरने पर बैठे और अपने साथ हुए अन्याय के लिए आवाज उठा रहे हैं, लेकिन बीजेपी धरने को जातीय रंग दिया जा रहा है और उन्हें जाति विशेष का बता रही है।

​हरियाणा के मंत्री ने मांगा बृजभूषण का इस्तीफा​
हरियाणा सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय कोटे के कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने बृजभूषण सिंह से इस्तीफे की मांग की है। रणजीत चौटाला के अनुसार खिलाडिय़ों ने उन पर कई तरह के संगीन आरोप लगाए हैं। वह सांसद भी हैं। इसलिए उन्हें अपने पद की गरिमा को ध्यान में रखकर जांच होने तक यह पद नैतिकता के आधार पर छोड़ देना चाहिए।

हरियाणा से जुड़ा मामला नहीं
दिल्ली में जंतर-मंतर पर बैठे हरियाणा के रेसलर्स और दिल्ली पुलिस की झड़प पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा, ‘खिलाड़ियों का मामला हरियाणा सरकार के संज्ञान में है लेकिन यह मामला हरियाणा से जुड़ा हुआ नहीं है। इसलिए कार्रवाई नहीं कर सकते। यह विषय दिल्ली और केंद्रीय टीमों से जुड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने भी FIR दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए है। इस मामले की निष्पक्षता से जांच होगी। आरोपों में कितनी ज्यादा सच्चाई है वह जांच का विषय है।’ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे रेसलर्स में ज्यादातर हरियाणा से हैं। इनमें बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट इस प्रदर्शन की अगुआई कर रहे हैं। यह प्रदर्शन भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ हो रहा है। रेसलर्स का आरोप है कि अध्यक्ष ने रेसलर्स का यौन शोषण किया है। उन्हें पद से हटाकर गिरफ्तार किया जाए। बृजभूषण पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पोस्को एक्ट और छेड़छाड़ के दो केस दर्ज हो चुके हैं।

​अभय चौटाला बुलाएंगे सर्वदलीय बैठक!​
INLD नेता अभय चौटाला ने दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। उन्होंने प्रदेश के सभी खाप पंचायतों और राजनीतिक दलों से एकजुट होकर ठोस निर्णय लेने का आह्वान किया है। अभय चौटाला ने रोहतक के सर्किट हाउस में कहा कि सर्वदलीय बैठक न बुलाने पर पहल वे करेंगे। वे पहलवानों से भी बातचीत करेंगे। उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। अभय चौटाला परिवर्तन यात्रा के सिलसिले में इन दिनों जनसंपर्क कर रहे हैं। उन्होंने देर रात को पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की। अभय ने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ी हर खेल में पदक लेकर आते हैं। ऐसे में कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो गलत संदेश जाएगा। फिर कौन माता-पिता अपने बच्चों को खेलने के लिए भेजेगा। हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के मामले में भी सरकार का यही रवैया था और अब भी ऐसा ही हो रहा है। इसलिए सबको एकजुट होना चाहिए। अभय चौटाला ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह अगर बीजेपी नेता नहीं होते तो अब तक कार्रवाई हो चुकी होती। अगर कोई आम आदमी होता तो अब तक गिरफ्तार हो चुका होता, लेकिन बृजभूषण के मामले में ऐसा नहीं है। कानून सबके लिए एक होता है। अगर बृजभूषण शरण सिंह सही हैं तो वह खुद सामने आकर कहते कि जांच करा लो। उन्होंने नसीहत दी कि सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए पहलवानों के पास मत जाओ, बल्कि उनका दिल से साथ दो। किसी को भी इस मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए।

​करनाल में WFI अध्यक्ष के खिलाफ धरना-प्रदर्शन​
करनाल के किसानों, सामाजिक संगठनों और कांग्रेस नेताओं ने धरना दिया। उन्होंने WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को पद से हटाने और तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने जाट धर्मशाला से जिला सचिवालय तक मार्च निकाला और वहां पहुंचकर जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला खिलाड़ी धरने पर बैठी हुई हैं, लेकिन सरकार उनकी सुनने को तैयार ही नहीं है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा से दुर्व्यवहार किया गया। सरकार के इस रुख से पूरे देश में रोष है। गोल्ड मेडल लाने वाली महिला खिलाड़ी आज धरने पर बैठने के लिए मजबूर हैं। बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए और उसे उठाकर सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए। पूर्व विधायक राकेश कंबोज ने कहा कि देश की महिला खिलाड़ियों के साथ जो भी कुछ हो रहा है, वह निंदनीय है। हम इन्हें इंसाफ दिलाकर ही दम लेंगे। किसान नेता अमृत बुग्गा ने कहा कि जिन महिला खिलाड़ियों ने तिरंगे का मान-सम्मान बढ़ाया, आज वे सड़कों पर हैं। कांग्रेस नेता त्रिलोचन सिंह ने कहा कि बीजेपी अपने ही ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के नारे को खंडित कर रही है। किसान नेता ने कहा कि बृजभूषण को बीजेपी को ही बचाने का काम कर रही है। जब तक वह जेल की सलाखों के पीछे नहीं जाते, तब तक धरना-प्रदर्शन चलता रहेगा।