सांसद बनते ही विवादों में आए पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान, जारी किया गया नोटिस, लगे गंभीर आरोप

Former cricketer Yusuf Pathan got into controversy as soon as he became an MP, notice was issued, serious allegations were made
Former cricketer Yusuf Pathan got into controversy as soon as he became an MP, notice was issued, serious allegations were made
इस खबर को शेयर करें

Yusuf Pathan in Controversy: गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (BJP) शासित वडोदरा नगर निगम (VMC) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर और हाल ही में बहरामपुर से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सांसद चुने गए यूसुफ पठान को कथित तौर पर एक जमीन पर अतिक्रमण करने के लिए नोटिस जारी किया है. हालांकि यूसुफ पठान को छह जून को नोटिस दिया गया था, लेकिन वीएमसी की स्थायी समिति के अध्यक्ष शीतल मिस्त्री ने गुरुवार को मीडिया को इस बारे में जानकारी दी.

विवादों में आए पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान

इससे पहले दिन में पत्रकारों से बातचीत में भाजपा पार्षद विजय पवार ने इस मुद्दे को उठाया था. विजय पवार ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार ने 2012 में यूसुफ पठान को प्लॉट बेचने के वीएमसी के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था, लेकिन नवनिर्वाचित सांसद ने एक चहारदीवारी का निर्माण करके प्लॉट पर अतिक्रमण कर लिया है.

यूसुफ पठान को जारी किया गया नोटिस

विजय पवार ने कहा कि यूसुफ पठान के प्रति मेरे मन में द्वेष नहीं है. उन्होंने पत्रकारों को बताया कि टीपी 22 के तहत तंदलजा क्षेत्र में वीएमसी का एक आवासीय भूखंड है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में यूसुफ पठान ने वीएमसी से इस भूखंड की मांग की थी, क्योंकि उनका आवास जो उस समय निर्माणाधीन था, इससे सटा हुआ था. पवार ने कहा कि यूसुफ पठान ने 57000 स्क्वायर मीटर की दर से मूल्य चुकाने का प्रस्ताव दिया था.

क्या है पूरा मामला?

विजय पवार ने कहा कि वीएमसी ने उस समय आम सभा की बैठक में इस संबंध एक प्रस्ताव पारित कर दिया था, लेकिन राज्य सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी. ऐसे मामलों में राज्य सरकार ही अंतिम प्राधिकारी होती है. उन्होंने कहा कि प्रस्ताव खारिज होने के बाद वीएमसी ने भूखंड के चारों और दीवार नहीं बनाई. पवार ने कहा कि उन्हें पता चला कि पठान ने भूखंड के चारो और दीवार का निर्माण करा अतिक्रमण कर लिया है.

जमीन वीएमसी की है

मिस्त्री ने कहा कि कथित अतिक्रमण के लिए उन्हें नोटिस भेजा गया है. मिस्त्री ने कहा, ‘हाल ही में हमें उनके द्वारा परिसर में दीवार बनाने के बारे में कुछ शिकायतें मिली थीं. इसलिए छह जून को हमने पठान को नोटिस भेजा और उनसे सभी अतिक्रमण हटाने को कहा. हम कुछ सप्ताह तक इंतजार करेंगे और फिर कार्रवाई के बारे में फैसला करेंगे. यह जमीन वीएमसी की है और हम इसे वापस लेंगे.’