राजस्थान के कोटा में गैंगवार से दहले लोग, मरीजों में दहशत

इस खबर को शेयर करें

कोटा। राजस्थान में कानून व्यवस्था कैद में है और बदमाश मौज में हैं। यहीं कारण है कि बदमाशों का गुंडा राज प्रदेश में चल रहा हैं। गुंडा राज सड़क पर नहीं बल्कि अस्पताल में चल रहा है। प्रदेश के कोटा शहर में महाराव भीमसिंह चिकित्सालय में गुरुवार की रात गैंगवार की घटना हो गई। दो गैंग के बदमाशों के बीच जमकर झगड़ा हुआ।

एक गैंग के सदस्य अस्पताल में भर्ती दूसरे गैंग के युवक को जान से मारने की नीयत से मेन सर्जिकल वार्ड में बंदूक, चाकू और पाइप लेकर जा घुसे। भर्ती मरीज के पास पहले से बैठे उसके साथियों और उसे मारने आए बदमाशों के बीच जमकर चाकू चले। बंदूक गिर गई। ऐसे में फायरिंग की घटना टल गई। लेकिन झगड़े से अस्पताल में खून बिखर गया।

चाकूबाजी में दोनों गैंग के एक-एक सदस्य घायल
गैंगवार में चले चाकू से दोनों गैंग के एक-एक सदस्य घायल हुए। नयापुरा थाना पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया। उनका अस्पताल में इलाज करवाया। अब पुलिस उनसे झगड़े को लेकर कड़ी पूछताछ कर रही हैं। बताया जाता है कि नयापुरा थाना क्षेत्र के एमबीएस चिकित्सालय के मेन सर्जिकल वार्ड की गेलरी में भर्ती मरीज बजरंग नगर निवासी बंटी प्रजापति को मारने के लिए बदमाश आए थे। वहां मौजूद दोनो पक्ष में चाकूबाजी की घटना हुई। पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है।

‘मारने के लिए आए थे दूसरी गैंग के लोग’
भर्ती मरीज बंटी ने बताया कि कुछ समय पहले राजू सुमन से उसका झगड़ा हुआ था। राजू सुमन और उसके साथियों ने बंटी के साथ मारपीट की थी। बंटी तभी से अस्पताल में भर्ती है। उसे मारने के लिए ही दूसरी गैंग के सदस्य आए थे। लेकिन वहां मौजूद बंटी के साथियों और दूसरे पक्ष के बीच झगड़ा हो गया।

बंटी बोला- एक व्यक्ति पिस्टल लेकर आया था, पुलिस बोली- नहीं
बंटी का कहना है कि एक व्यक्ति पिस्टल भी लेकर आया था, लेकिन विवाद बढ़ता देख सभी भाग गए। बंटी ने आरोप लगाते हुए बताया कि उसे मारने के लिए गजेन्द्र मीणा, मनीष मीणा, श्याम मेहरा, रविन्द्र बैरवा, मुरली सहित अन्य लोग शामिल थे। वहीं पुलिस का कहना है कि एक पक्ष का मनीष चड्डा, वहीं दूसरे पक्ष के रविन्द्र को चोटें आई हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। एमबीएस पुलिस चौकी इंचार्ज मुकेश गुर्जर ने कहा कि झगड़ा दो पक्षों में हुआ हैं। बूंदक लेकर अस्पताल में आने की बात सामने नहीं आई है।

जुलाई में इसी अस्पताल में मरीज के तीमारदार ने घोंप दिया था चाकू
गौरतलब है कि 18 जुलाई को भी दो मरीजों के तीमारदारों में ऑर्थोपेडिक आईसीयू वार्ड में गंदी चद्दर के मामले को लेकर झगड़ा हुआ था। एक मरीज के तीमारदार ने दूसरे मरीज के तीमारदार को चाकू घोंप दिया था। ऐसे में एक ही अस्पताल में जुलाई व अगस्त में इस तरह की वारदात होने से कोटा शहर ही नहीं राजस्थान में कानून व्यवस्था का डर पुलिस का इकबाल अपराधियों में नजर नहीं आ रहा है। आपराधिक तत्व कहीं पर भी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।