राजस्थान की इस बडी नेता का अचानक हुआ निधन, राजनीति जगत में छाया शोक

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जयपुर। राजस्थान की पूर्व उपमुख्यमंत्री कमला बेनीवाल का निधन हो गया है। वह काफी दिनों से बीमार चल रहीं थीं। जयपुर के फोर्टिस हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। गुजरात के राज्यपाल व 7 बार की विधायक रही है कमला बेनीवाल का राजस्थान के जन मानस में खासा असर रहा है। गुजरात में राज्यपाल रहते हुए उस वक्त मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी से उनकी कई मामलों में अनबन हुई थी जिसकी काफी चर्चा हुई थीं। कमला बनीवाल गहलोत सरकार में भी मंत्री पद संभाल चुकी थीं।कमला बेनीवाल का जन्म 12 जनवरी 1927 राजस्‍थान के झुंझुनू जिले के गोरिर गांव में जाट परिवार में हुआ था। वह कांग्रेस की वरिष्ठ राजनेता थीं। वह गुजरात समेत त्रिपुरा, मिजोरम की राज्यपाल रह चुकी। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार में वह कई अहम पदों को संभाल चुकी थीं।

गुजरात में राज्यपाल रहते हुए नरेंद्र मोदी से हुई थी अनबन

कमला बेनीवाल 27 नवम्बर 2009 को गुजरात की राज्‍यपाल नियुक्‍त हुईं थी। इससे पहले केंद्र सरकार ने उन्‍हें त्रिपुरा का राज्‍यपाल नियुक्‍त किया था। जब वह गुजरात की राज्‍यपाल बनी उस समय गुजरात में नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे। उनसे कई मसलों पर उनकी अनबन हुई थी। जिसमें लोकायुक्त की नियुक्ति का मसला काफी चर्चाओं में रहा था। बाद में मोदी ने पीएम बनते ही कमला बेनीवाल को राज्यपाल के पद से बर्खास्त कर दिया है।

11 साल की उम्र में भारत छोड़ो आंदोलन में लिया था हिस्सा

कमला बेनीवाल का जन्म राजस्थान के झुंझुनूं जिले के गोरिर गांव में एक जाट परिवार में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा झुंझनूं में ही हुई थी। उन्होंने अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र और इतिहास में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने इतिहास विषय से MA की पढ़ा की थी। कमला बेनीवाल तैराकी, घुड़सवारी और आर्ट प्रेमी थीं। उन्होंने 11 साल की उम्र में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया था। वह दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा ताम्रपत्र से सम्मानित की गई थीं।कमला बेनीवाल साल 1954 में 27 वर्ष की उम्र में विधानसभा चुनाव जीतकर राजस्‍थान सरकार में पहली महिला मंत्री बनीं. पूर्व में अशोक गहलोत की सरकार में कमला बेनीवाल गृह, शिक्षा और कृषि मंत्रालय सहित कई विभागों की मंत्री रहीं। वह राज्‍य की उपमुख्‍यमंत्री भी रह चुकी थीं।