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E-Kshatipurti Portal: हरियाणा किसानों के लिए हाल ही में एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. 2 जून, 2023 से प्रदेश में क्षतिपूर्ति पोर्टल फिर से खुलने जा रहा है. यह किसानों के बड़ी राहत की खबर है. पिछली बार जब क्षति पोर्टल खोला गया था तब बहुत से किसानों ने अपना ब्योरा दर्ज करवाया था, लेकिन बहुत से किसान ऐसे भी थे जिनके बारे में कुछ कमियां थी. ऐसे किसान अब पोर्टल के दोबारा खुलने के बाद वेरिफिकेशन से जुड़ी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
अगर वेरिफिकेशन में शिकायत को सही पाया जाता है, तो उस किसान को मुआवजा दिया जाएगा. अभी तक 67000 किसानों के खातों में 181 करोड़ रुपये की राशि भेजी जा चुकी है. जानकारी के अनुसार, महेंद्रगढ़ में सरसों की फसल में अधिक नुकसान होने के कारण सबसे अधिक मुआवजा दिया गया है. अकेले महेंद्रगढ़ को 68.86 करोड़ रुपये दिए गए हैं. वहीं दादरी जिले के किसानों को करीब 48 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया गया है.
हरियाणा सरकार ने फैसला लिया है कि अगर किसी एकड़ में 100 साझीदार है तो भी कम से कम एक किसान को 500 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. यानी खेत के हर साझीदार को मुआवजा दिया जाएगा. इस बार की बारिश से खराब हुई फसल की क्षति के लिए विशेष गिरदावरी कराई गई थी, जिसके अनुसार 18 जिलों में 2.09 लाख एकड़ में फसल की क्षति दर्ज की गई थी, जिसके बाद सरकार की ओर से गेहूं, सरसों और तोरिया फसलों के लिए 67,758 किसानों को 181 करोड़ रुपये की राशि क्षतिपूर्ति के रूप में जारी किए गए हैं.
मनोहर लाल ने निभाया अपना वादा
आपको बता दें कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत देते हुए कुछ दिन पहले मार्च और अप्रैल में हुई बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि के कारण रबी की फसल के नुकसान के लिए 181 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि जारी की थी. मनोहर लाल ने एक क्लिक से ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से सीधे किसानों के खातों में मुआवजा राशि को ट्रांसफर थे.