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नई दिल्ली. बीते हफ्ते 13 अप्रैल की आधी रात ईरान ने इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक किए थे. इसके बाद से ही कयास लगने शुरू हो गए थे कि इजरायल जवाबी कार्रवाई जरूर करेगा और अब ठीक एक हफ्ते बाद शुक्रवार को इजरायल ने ईरान पर हमला कर दिया. लेकिन ये हमला सिर्फ ईरान पर नहीं हुआ बल्कि दो और देशों पर इजरायल ने अटैक किया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल ने ईरान के अलावा इराक और सीरिया को भी निशाना बनाकर हवाई हमला किया. कहा जा रहा है कि इराक की राजधानी बगदाद में एक बिल्डिंग को निशाना बनाकर एयरस्ट्राइक की गई. इस बिल्डिंग में एक उच्चस्तरीय मीटिंग हो रही थी, जिसमें ईरान समर्थित कई ग्रुप और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के सदस्य शामिल थे.
सीरिया की कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इजरायल के हवाई हमलों में दक्षिणी सीरिया के अस-सुवेदा और दारा प्रांतों में सीरियाई सेना के अड्डों को निशाना बनाया गया. हालांकि, ईरान ने इजरायली हमले से इनकार किया है. वहीं, इजरायल ने अभी इन हमलों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
ईरान और सीरिया करीबी सहयोगी हैं. सीरिया अमूमन ईरान को अपना सबसे करीबी राष्ट्र बताता है. सीरिया में गृहयुद्ध के दौरान ईरान ने सीरियाई सरकार का पुरजोर समर्थन किया था. ईरान अपने सहयोगी सीरिया को हर तरह की मदद मुहैया कराता है. दोनों के बीच एक और कॉमन कड़ी है और वो है अमेरिका. दोनों ही देशों के संबंध अमेरिका से अच्छे नहीं हैं और अमेरिका को इनकी दोस्ती रास नहीं आती. ठीक इसी तरह ईरान और इराक के दोस्ताना संबंध भी किसी से छिपे नहीं है. सीरिया और इराक मिडिल ईस्ट में ईरान के सबसे बड़े सहयोगी भी हैं.
इजरायल के हमले के बाद ईरान का इस्फहान शहर चर्चा में
इजरायल ने शुक्रवार को ईरान के कई शहरों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं. ईरान की न्यूक्लियर साइट पर तीन मिसाइलें गिरने की खबर सामने आई थी. इस बीच इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने अपने सभी सैन्यअड्डों को हाई अलर्ट कर दिया. एयर डिफेंस सिस्टम भी एक्टिवेट कर दिया गया है.
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ने बताया था कि शुक्रवार तड़के ईरान के इस्फहान शहर के एयरपोर्ट के आसपास तेज धमाके की आवाज सुनी गई थी. इस्फहान शहर में कई न्यूक्लियर प्लांट हैं. ईरान का सबसे बड़ा यूरेनियम प्रोग्राम भी इसी जगह से चल रहा है. इन धमाकों के बाद कई फ्लाइटों को डाइवर्ट किया गया था. हालांकि अब उड़ान सेवा सामान्य हो गई है. .
जब ईरान ने इजरायल पर दागी थी मिसाइलें
बता दें कि ईरान ने 13 अप्रैल की आधी रात को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए थे. ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा अलग-अलग तरह के ड्रोन हमले किए थे, जिनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल थी. इस हमले के तुरंत बाद इजरायली सेना ने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया था.
अमेरिका और ब्रिटेन ने लगाए थे ईरान पर नए प्रतिबंध
इजरायल पर तेहरान के हमले के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए थे. ये प्रतिबंध ईरान के 16 लोगों और उनकी दो कंपनियों पर लगाए गए थे. ये कंपनियां ड्रोन के इंजन तैयार करती हैं.
ईरान ने इजरायल पर क्यों किया था हमला?
एक अप्रैल को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया गया था. इस हमले में ईरान ने अपने एक टॉप कमांडर सहित कई सैन्य अधिकारियों की मौत का दावा किया गया था. ईरान ने इस हमले के लिए सीधे तौर पर इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था. यही वजह है कि उसने बदला लेने के लिए इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले किए और इस कार्रवाई को ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस का नाम दिया था.
ईरान का कहना है कि उसने ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस’ इसलिए कोडनेम दिया है ताकि वो अपने दोस्तों और दुश्मनों को बता सके कि वो जो भी कहता है उस पर अमल करता है. वो सच्चा वादा करना जानता है. जो वादा करता है उसे निभाता है.