परमाणु युद्ध छिड़ा तो होगा विनाश, 72 मिनट में होगी 300 करोड़ लोगों की मौत

If nuclear war breaks out, there will be destruction, 300 crore people will die in 72 minutes
If nuclear war breaks out, there will be destruction, 300 crore people will die in 72 minutes
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रूस-यूक्रेन युद्ध में नाटो सेना का प्रवेश हो चुका है. रूस की खुफिया रिपोर्ट है कि यूक्रेन युद्ध में अमेरिका और फ्रांस के मरीन कमांडो सीधे उतर चुके हैं और अब नाटो वायुसेना के पायलट भी मिलिट्री ऑपरेशन शुरू कर सकते हैं. इसका सीधा मतलब है विश्व युद्ध का अलार्म. रूस के लिए जासूसी करने वाले एक जर्मन सैन्य अधिकारी ने कहा है कि रूस की परमाणु हमला करने की तैयारी पूरी हो चुकी है. व्लादिमीर पुतिन कभी भी हाइपरसोनिक मिसाइलों से परमाणु हमले का आदेश जारी कर सकते हैं. आशंका जताई गई है कि अगर परमाणु युद्ध छिड़ा तो 72 मिनट के अंदर धरती पर 5 हजार परमाणु विस्फोट होंगे और अकल्पनीय विनाश होगा.

72 मिनट में धरती ध्वंस कैसे हो सकती है ये समझिए. रूस की मिसाइल फायर होते ही 25वें मिनट में न्यूयॉर्क पहुंच जाएगी. न्यूक मैप के अनुमान के मुताबिक, इस पहले हमले में ही 16 लाख लोगों की मौत हो जाएगी और 30 लाख लोग घायल हो जाएंगे. इसके बाद 25 से 50वें मिनट में धरती पर परमाणु युद्ध शुरू हो जाएगा. यूरोप पर रूस के हमले शुरू हो जाएंगे. US और फ्रांस मिलकर रूस पर परमाणु हमले शुरू कर देंगे. US और ब्रिटेन मिलकर चीन पर परमाणु हमले कर देंगे और चीन भी पलटवार करेगा. रूस गठबंधन का देश नॉर्थ कोरिया भी US, यूरोप पर हमले शुरू कर देगा. 50 से लेकर 72वें मिनट तक महाविनाश होगा. यानी इन 22 मिनट में धरती पर 5,000 परमाणु धमाकों का अनुमान जताया गया है.

न्यूक्लियर वॉर: ए सिनैरियो बुक के मुताबिक इन धमाकों में 300 करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत हो जाएगी. अबसे 74,000 साल पहले सुमात्रा के जंगलों में एक ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था ये उससे भी विनाशक होगा. 74,000 साल पहले हुए ज्वालामुखी विस्फोट को Toba सुपर इरप्शन कहा गया था. इस इरप्शन को 1,000 परमाणु बम शक्ति का विस्फोट माना गया था. उस समय पर्यावरण में 220 करोड़ टन सल्फर डायऑक्साइड छा गया था और धरती जमने लगी थी. अब 5,000 परमाणु विस्फोट से 1,100 करोड़ टन सल्फर डायऑक्साइड धरती के पर्यावरण पर छा जाएगा. इस घने धुएं के बादल से धरती पर सूरज की रोशनी नहीं आएगी. इससे धरती पर न्यूक्लियर विंटर शुरू हो जाएगी.

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‘न्यूक्लियर वॉर: ए सिनैरियो’ पुस्तक का अनुमान है कि 100 साल तक विनाश का चक्र चलता रहेगा. रूस के परमाणु हमलों की आशंका को यूरोप बहुत गंभीरता से ले रहा है. रूस के लिए जासूसी करने वाले जर्मनी के एक सैनिक ने इसके बारे में जानकारी दी है. जर्मन सिक्योरिटी एजेंसी ने जर्मन आर्म्ड फोर्सेज बुंडेसव्हेर के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया. उस अधिकारी पर रूस के लिए जासूसी करने का आरोप है.

क्या जर्मनी पर होगा परमाणु हमला?
डसेलडर्फ कोर्ट में अधिकारी ने अपना बयान दर्ज कराया. जर्मन जासूस के मुताबिक, रूस परमाणु धमाका करने वाला है. उसको बताया गया था कि जल्दी ही जर्मनी पर परमाणु हमला हो सकता है. उसे कहा गया था कि यूक्रेन युद्ध यूरोप के कई देशों में फैलने वाला है. रूस ने उसके परिवार की सुरक्षा की गारंटी देकर उसे अपना जासूसी बनाया था.

जर्मन जासूस की रिपोर्ट के मुताबिक, अब सच सामने आने लगा है, क्योंकि यूक्रेन के बाहर भी रूस के हमले शुरू हो गए हैं. 30 अप्रैल को चेक रिपब्लिक के वर्बेटाइस हथियार डिपो में धमाके हुए हैं. चेक एजेंसी का दावा है कि ये धमाके रूस के एजेंटों ने कराए हैं. यूरोप में युद्ध विस्तार का डर फैलता जा रहा है इसीलिए पोलैंड ने भी अमेरिका के परमाणु सहयोग कार्यक्रम में शामिल होने का आवेदन दिया है. पोलैंड में बहुत जल्द अमेरिका के परमाणु हथियार तैनात हो सकते हैं. इसके अलावा यूरोपियन यूनियन ने न्यूक्लियर कॉपरेशन टीम बनाई है. इस टीम में यूरोपीय देशों की इंटेलिजेंस के अधिकारी हैं. ये रूस की परमाणु गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं. यूरोपीय देशों की खुफिया एजेंसी ये तय मान रही हैं कि यूक्रेन युद्ध का परिणाम परमाणु विस्फोट ही होगा और अगर ऐसा हुआ तो अकल्पनीय विनाश तय है.