बिहार के नेता प्रतिपक्ष पर जदयू का पलटवार, अध्‍यक्ष बोले-तेजस्‍वी खुद अव्‍यवस्‍था के हैं प्रतीक

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पटना। Bihar Politics: मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की समाज सुधार यात्रा को लेकर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) ने तंज कसा था। कहा था कि समाज से पहले व्‍यवस्‍था में सुधार लाइए। अब जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) ने तेजस्‍वी पर करारा पलटवार किया है। कहा है कि तेजस्‍वी व्‍यवस्‍था को लेकर क्‍या बोलेंगे, वे खुद अव्‍यवस्‍था के प्रतीक हैं। जदयू अध्‍यक्ष ने इसके साथ ही पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल को लेकर भी तेजस्‍वी पर हमला किया।

तेजस्‍वी ने कहा था-क्‍या बुरा लग रहा है नीतीश जी को

तेजस्‍वी यादव ने मुख्‍यमंत्री की समाज सुधार यात्रा को लेकर कहा था कि समाज तो पहले से सुधरा ही हुआ है। अब नीतीश जी को क्‍या बुरा लग रहा है जिसे वे सुधारना चाहते हैं। पहले तो उन्‍हें अपनी सरकार और व्‍यवस्‍था को सुधारना चाहिए। इसको लेकर जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष ने तेजस्‍वी को ही अव्‍यवस्‍था का प्रतीक बता दिया है। साथ ही बेरोजगारी यात्रा निकालने को लेकर कहा कि तेजस्‍वी को रोजगार और बेरोजगार के संबंध में बात करने का हक नहीं है। उनसे पूछा था कि माता-पिता के 15 साल के शासनकाल में कितने लोगों को रोजगार दिया। कितनी सरकारी नौकरी दी इसके बारे में बताइए। लेकिन उन्‍होंने उसका उत्‍तर नहीं दिया। हमारे पास तो इसका पूरा डाटा है। पहले बीपीएससी की परीक्षा नहीं होती थी। दारोगा-सिपाही की बहाली नहीं होती थी।

माता-पिता के समय कितनी नौकरी दी, ये तो बताएं तेजस्‍वी

जिस समय नीतीश कुमार ने बिहार की सत्‍ता संभाली उस समय पुलिस की औसत उम्र 45 वर्ष थी। पुलिस के पास पुराने हथियार थे। आधुनिक हथियार मालखाने में पड़ा था। क्‍योंकि न तो बहली हो रही थी न ही पु‍लिस को ट्रे‍निंग दी जाती थी। स्‍थि‍त‍ि ऐसी थी कि सीएम नीतीश जी को बीपीएससी की चार परीक्षा एक साथ लेनी पड़ी थी। इसलिए तेजस्‍वी को इन मुद्दों पर बात करने का कोई अधिकार नहीं है।