हरियाणा में पानी की बूंद-बूंद बचाकर कृषि को दिया जाएगा `जीवनदान`, मिशन कल से शुरू

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चंड़ीगढ़: हरियाणा में अमृत सरोवर मिशन (Amrit Sarovar Mission) की शुरुआत 1 मई से सोनीपत (sonipat) में होगी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal) जिले के गांव नाहरा (Nahra) में एक राज्यस्तरीय कार्यक्रम में अमृत सरोवर मिशन की शुरुआत करेंगे. इस दौरान हरियाणा की सभी लोकसभा और विधानसभा सीट में भी जनप्रतिनिधियों की ओर से अमृत सरोवर मिशन की शुरुआत की जाएगी.

1650 तालाबों का किया गया नवीनीकरण
चंडीगढ़ में हरियाणा के पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने बताया कि इस साल देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल को पंचायती दिवस के मौके पर अमृत सरोवर मिशन की शुरुआत की थी. हरियाणा में इसे 1 मई से शुरू किया जाएगा.

इस दौरान प्रदेश में न्यूनतम 1 एकड़ वाले 75 तालाबों का निर्माण या फिर उनका नवीनीकरण किया जाएगा. अब तक हरियाणा में कुल 1650 तालाबों का नवीनीकरण किया जा चुका है.

उन्होंने बताया कि योजना के तहत गांव की नालियों के जरिए आने वाले गंदे पानी को विभिन्न तकनीकों का इस्तेमाल कर संशोधित कर उसका इस्तेमाल खेती या फिर अन्य कार्यों में किया जाएगा. इससे पानी की भी बचत होगी. पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने बताया कि हरियाणा में हरसेक की ओर से कुल 34,000 तालाबों की पहचान की गई है. सेटेलाइट के जरिए कुल 18,829 तालाबों की पहचान कर जियो टैगिंग की जा चुकी है.

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीबन 4,945 साफ तालाब और दक्षिण हरियाणा में 1,084 तालाब है. जो कि मेवात, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी में हैं. इनमें नहर का पानी भरवाने के इंतजाम किए गए हैं. इसके अलावा करीब 300 ऐसे तालाब हैं जिन पर आंशिक तौर पर लोगों ने कब्जा किया हुआ है. इसको लेकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.