- अलर्टः पिंघला देगी गर्मी, पारा 45 पार, इन राज्यों के लिये चेतावनी जारी, घर से निकलने से पहले… - May 21, 2024
- सेक्स टॉयज के दर्द ने कर दिया था परेशान, डॉक्टरों को भी बाहर निकालने में छूट गए पसीने - May 21, 2024
- जूता व्यापारी के घर इनकम टैक्स का छापा, 60 करोड़ से ज्यादा बरामद, गिनती जारी - May 21, 2024
जयपुर. राजस्थान में बसपा (BSP) का दामन छोड़कर कांग्रेस (Congress) में शामिल होने वाले छह विधायक सत्ता और संगठन में महत्व नहीं मिलने की वजह से नाराज है. लगातार एक के बाद एक ये विधायक नाराजगी जाहिर करते हुए अपने मन की बात कह रहे हैं. नाराजगियों के बीच मंत्री राजेन्द्र गुढा, विधायक संदीप यादव और लाखन सिंह मीणा ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है. दिल्ली में इन विधायकों की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने की संभावना जताई जा रही है. ये विधायक कई बार कह चुके हैं कि कांग्रेस आलाकमान से मिलवाने का वादा किया गया था लेकिन अब तक मुलाकात नहीं हो सकी है.
इन विधायकों की अगुवाई कर रहे राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने हाल ही में कहा था कि हमसे जो वादे किए गए थे वह पूरे नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा था हमारे सभी साथियों को सरकार में मंत्री अथवा संसदीय सचिव बनाने का वादा किया गया था. लेकिन अब तक केवल मुझे मंत्री और दो विधायकों को बोर्ड-निगम का अध्यक्ष बनाया गया है. इनमें भी एक को न तो अब तक गाड़ी मिली और न ही बैठने के लिए दफ्तर. इसके साथ ही इन गुढा ने कहा था कि अगर कमिटमेंट पूरे नहीं हुए तो सोचना पड़ेगा.
सबकुछ ठीक नहीं हुआ तो हो सकता है नया राजनीतिक बखेड़ा
लिहाजा राजनीतिक गलियारों में इस बात की काफी चर्चा है कि ये विधायक वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने के उद्देश्य से दिल्ली में डटे हुए हैं. अगर सबकुछ ठीक नहीं हुआ राजस्थान की राजनीति में कुछ नया घटने के आसार हैं? क्योंकि इन दिनों राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाओं ने भी जोर पकड़ रखा है. विधायकों के इस दिल्ली दौरे को राजनीतिक के जानकार प्रेशर पॉलिटिक्स का हिस्सा मान रहे हैं.
विधायकों को सता रही है टिकट की चिंता
दरअसल बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले इन छह विधायकों को आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की चिंता खासा सताने लगी है. इस बात का खुलासा खुद राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कुछ दिन पहले किया था. गहलोत सरकार में मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा था कि बसपा से कांग्रेस में आए विधायक अपने टिकट को लेकर आशंकित हैं. पार्टी में शामिल होते समय उनसे कई वादे किये गये थे लेकिन उनके पूरे नहीं होने से अविश्वास बढ़ गया है.