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Caste Discrimination: आधुनिकता की ओर बढ़ रहे भारत में आज भी जाति को लेकर भेदभाव की खबरें आती रहती हैं. देश के लिए जातिगत भेदभाव एक बड़ी समस्या भी है. तमाम कानून बने होने के बावजूद ऐसे कई लोग हैं जो इस अमानवीय प्रथा को बढ़ावा देने वाले कृत्यों में शामिल हैं. ऐसे में एक कांग्रेस विधायक ने जात-पात को खत्म करने के लिए अनूठा कदम उठाया, जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है.
वायरल हो रहा कांग्रेस विधायक का वीडियो
हाल ही में कर्नाटक कांग्रेस विधायक बी जेड जमीर अहमद खान जातिगत भेदभाव के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए सामने आए और उनके इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कांग्रेस विधायक एक दलित साधु को खाना खिलाते हैं और बाद में साधु के मुंह से खाना निकालकर खुद खा लेते हैं.
यह नजारा देख सभी दंग
विधायक ने बाद में उल्लेख किया कि उन्होंने यह साबित करने के लिए ऐसा किया कि जाति और धर्म में कोई अंतर नहीं है. वीडियो तब लिया गया था जब दलित संत नारायण स्वामीजी 22 मई को डॉ अंबेडकर जयंती और ईद मिलाद मनाने के लिए एक समारोह में शामिल हुए थे. कांग्रेस विधायक जातिगत भेदभाव के खिलाफ भावनात्मक भाषण दे रहे थे. इस बीच उनके इस अंदाज ने वहां मौजूद लोगों को दंग कर दिया.
वायरल वीडियो यहां देखें:
#WATCH Bengaluru, Karnataka: In an attempt to set an example seemingly against caste discrimination, Congress Chamarajapete MLA BZ Zameer A Khan feeds Dalit community's Swami Narayana & then eats the same chewed food by making Narayana take it out from his mouth to feed him(22.5) pic.twitter.com/7XG0ZuyCRS
— ANI (@ANI) May 22, 2022
कांग्रेस विधायक ने दलित संत के मुंह से निकाला हुआ खाना खाने के साथ ही दर्शकों को समझाया कि इंसानियत सबसे ऊपर है. उन्होंने कहा कि मानवता जाति और धर्म से ऊपर है. उनके अनुसार सच्चा धर्म इंसानों को पसंद करना है.
‘हम सभी को भाइयों की तरह रहना चाहिए’
इस दौरान विधायक ने समारोह में भाग लेने वाले नागरिक कार्यकर्ताओं को भोजन परोसा. बाद में उन्होंने एक मुस्लिम मौलवी से खाना लिया और खा लिया. मानवता के पक्ष में अपने रुख को फिर से दोहराने के लिए, कांग्रेस विधायक ने कहा कि जाति और धर्म मानव बंधन में कभी हस्तक्षेप नहीं करेंगे और ‘हम सभी को भाइयों की तरह रहना चाहिए’.