PM Modi in Meerut: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर आज इंडिया गठबंधन ने दिल्ली में एक रैली की और मोदी सरकार समेत बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। दूसरी ओर पीएम मोदी ने भी आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरेठ से एनडीए के चुनावी कैंपेन की शुरुआत कर दी है। इस रैली में एनडीए के सभी घटक दलों के नेता मौजूद रहे। वहीं रैली में यूपी के सीएम योगी आदित्यननाथ (Cm Yogi Adityanath) से लेकर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी भी मंच पर थे। सीएम योगी ने इस दौरान बड़ा बयान दिया है और कहा है कि इस चुनाव में नेशन फर्स्ट का मुकाबला फैमिली फर्स्ट के एजेंडे से होगा।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के साथ क्रांतिभूमि मेरठ में आयोजित जनसभा में… https://t.co/waTQF79dSj
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) March 31, 2024
वहीं इस रैली के दौरान पीएम मोदी ने मंच से चौधरी चरणसिंह को याद कर भाषण की शुरुआत की और कहा कि मेरठ से मेरा खास रिश्ता है। पिछली बार भी औघड़नाथ की इसी धरती से रैली का आगाज करने का सौभाग्य मिला था। पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत दुनिया में नंबर तीन पर पहुंचेगा, तो देश में गरीबी तो दूर होगी ही, और साथ-साथ एक सामर्थ्यवान, एक सशक्त देश बनेगा।
पीएम मोदी ने कहा है कि साथियों मैं लाल किले से कहा था, कि यही समय है सही समय है भारत का समय आ गया है भारत चल पड़ा है आज भारत में तेजी से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है। आज भारत इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर अभूतपूर्व निवेश कर रहा है।
पीएम मोदी ने नौजवानों को मिले फायदे को लेकर कहा कि आज हर सेक्टर में नौजवानों के लिए अनगिनत नए अवसर बन रहे हैं, आज देश की नारी शक्ति नए संकल्पों के साथ आगे आ रही है आज भारत की साख दुनिया भर में भारत की साख नई ऊंचाई पर है। पीएम मोदी ने कहा कि कभी अयोध्या में राम मंदिर बनेगा, ये लोगों को मुश्किल लगता था, लेकिन राम मंदिर बना और इस बार अवध में रामलला ने भी खूब होली खेला।
आज पीएम मोदी नहीं होते तो चौधरी साहब को नहीं मिलता भारत रत्न
पीएम मोदी के संबोधन से पहले रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने संबोधन शुरू किया। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए जयंत चौधरी ने कहा, राष्ट्र निर्माण चौधरी साहब का योगदान रहा है। चौधरी साहब को भारत रत्न गरीबों का सम्मान है। उन्होंने कहा, चौधरी साहब जाति भेद के खिलाफ थे, लिंग भेद के खिलाफ थे। अपने भाषण के आखिरी संबोधन में जयंत ने कहा, क्या जानों तुम अपने दौर कितना लड़ा हूं मैं, समय की खेती पर एक काल सा पत्थर जड़ा हूं मैं।