मुजफ्फरनगर: नगर पालिका ने दिल्ली की कंपनी से चार कूड़ा डंप वापस लिए

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मुजफ्फरनगर। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ ही शहर के सभी डलावघरों से प्रतिदिन समय से कूड़ा उठान कर उसका उचित निस्तारण करने का नगरपालिका परिषद् के साथ 90 लाख रुपये प्रतिमाह की कीमत पर करार करने वाली दिल्ली की कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही भी उजागर होने लगी है। त्यौहार के सीजन में भी शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर कंपनी गंभीर नहीं दिखी तो पालिका ने शहर के चार कूड़ा डलावघरों की जिम्मेदारी से कंपनी को मुक्त करते हुए वहां कूड़ा निस्तारण का दायित्व नगर स्वास्थ्य अधिकारी के सुपुर्द कर दिया है। खुद ईओ ने एक डलावघर पर खड़े रहकर करीब 25 गाड़ी कूड़ा उठवाया।

नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अधिशासी अधिकारी प्रज्ञा सिंह शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर बेहद गंभीर रूख अपनाये हुए हैं। मुख्य मार्गों से खुले कूड़ा डलावघरों को बंद कराने की मुहिम में उन्होंने बरसों से समस्या बने जिला अस्पताल के डलावघर को बंद कराकर एक सकारात्मक कार्यशैली का परिचय तो दिया है। अब वो शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए लगातार डलावघरों का निरीक्षण कर रही हैं। इसी बीच नगर पालिका परिषद् के द्वारा दिल्ली की कंपनी एमआईटूसी सिक्योरिटी एंड फैसिलिटीज प्रा. लि. के कार्य की समीक्षा भी उनके द्वारा की जा रही है। कंपनी को 16 फरवरी से शहर के 55 वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ ही पालिका के शहर में बने सभी डलाव घरों से प्रतिदिन कूड़ा उठान और उसके उचित निस्तारण का ठेका भी दिया गया है, लेकिन कंपनी की लगातार शिकायत मिल रही है। डलावघरों से भी कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है।

ऐसे में शुक्रवार को पालिका की ईओ प्रज्ञा सिंह ने शहर के कुछ डलावघरों का औचक निरीक्षण किया। प्रेमपुरी में ईदगाह के सामने स्थित डलावघर की स्थिति काफी खराब मिली और दोपहर बाद तक भी वहां से कूड़ा उठान नहीं हो पाया, जिस कारण सड़क तक गन्दगी पसरी रही। यह देखकर ईओ प्रज्ञा ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल को तत्काल मौके पर बुलाया और उनको टीम लगाकर अपने सामने ही डलाव घर से कूड़ा उठान कराया गया। ईओ ने बताया कि करीब 20 से 25 गाड़ियां कूड़ा यहां से उठाया गया है। उन्होंने महाशिवरात्रि, रमजान और होली के त्यौहार के दृष्टिगत भी सफाई को लेकर कंपनी के गंभीर नहीं रहने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। इसके साथ ही शहर के चार कूड़ा डलावघरों की जिम्मेदारी से कंपनी को मुक्त करते हुए यहां से प्रतिदिन कूड़ा उठान का दायित्व नगर स्वास्थ्य अधिकारी को सौंप दिया है।

ईओ प्रज्ञा सिंह ने बताया कि कंपनी के लोगों के द्वारा डलाव घरों से नियमित कूड़ा उठान में लापरवाही सामने आने पर त्यौहारों को देखते हुए फिलहाल चार डलाव घर पालिका ने वापस लिये हैं। जिनमें ईदगाह के सामने प्रेमपुरी, डीएम आवास के सामने मेरठ रोड, रूड़की रोड और मीनाक्षी चौक पर सिटी सेंटर के सामने वाला डलाव घर शामिल हैं। उन्होंने इसके लिए उन्होंने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को इन चारों डलावघरों से कूड़ा उठान और साफ सफाई व्यवस्था अपने पर्यवेक्षण में कराने के लिए आदेश जारी किया है। निर्देश दिये कि समय से निस्तारण कराया और किसी भी दशा में डलाव घर से बाहर सड़क तक कूड़ा पड़ा न दिखाई दे। इसके अलावा पालिका क्षेत्र में शेष डलाव घरों से प्रतिदिन कूड़े का उठान और निस्तारण कंपनी के द्वारा ही किया जायेगा। लापरवाही बरतने पर कार्यवाही की चेतावनी भी दी गई है।

मनमाने तबादलों को लेकर ईओ नाराज, एनएसए को नोटिस

मुजफ्फरनगर नगरपालिका परिषद् के स्वास्थ्य विभाग में मनमाने तरीके से सफाई कर्मचारियों का वार्डों में तबादला करने, सफाई कर्मियों में से ही अपनी मर्जी से सफाई नायक बना देने और सफाई नायकों का भी रोजमर्रा तबादला करने के मामलों को लेकर ईओ प्रज्ञा सिंह ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। उनके द्वारा इस मामले में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब करने के साथ ही मनमाने ढंग से सफाई कर्मियों के तबादले की व्यवस्था पर रोक लगा दी है।

ईओ प्रज्ञा सिंह को लगातार शिकायत मिल रही थी कि स्वास्थ्य विभाग के एनएसए डा. अतुल के द्वारा मनमाने ढंग से सफाई कर्मियों और नायकों का तबादला किया जा रहा है। इस मनमानी का आलम यह है कि पालिका के चीफ सेनेट्री इंस्पेक्टर योगेश कुमार और सेनेट्री इंस्पेक्टर प्लाक्षा मैनवाल को भी यह नहीं पता कि उनके क्षेत्र के किस वार्ड में कौन सफाई नायक है और कितने कर्मचारी हैं। ईओ ने शिकायत मिलने के बाद एनएसए से नायकों और सफाई कर्मियों की सूची भी तलब की। कहा जा रहा है कि सूची ईओ को उपलब्ध नहीं कराई गई और रोजमर्रा तबादला आदेश जारी किया जा रहा है। ऐसे में ईओ प्रज्ञा सिंह ने एनएसए डा. अतुल कुमार को नोटिस जारी करते हुए अनावश्यक रूप से तबादला करने पर जवाब मांगने के साथ ही निर्देश दिये हैं कि किसी भी सफाई कर्मचारी या नायक का वार्ड से तबादला करने के लिए उनकी संस्तुति के बाद ही आदेश जारी किया जायेगा। इसके अतिरिक्त तबादला करने पर कार्यवाही की जायेगी। ईओ प्रज्ञा सिंह ने कहा कि सफाई कर्मचारियों की वार्डों में मनमर्जी से तैनाती हो रही है। उन्होंने सूची मांगी है, इसके बाद आवश्यकता अनुसार सफाई कर्मियों की वार्डों में एक समान नीति बनाकर तैनाती करने के लिए चेयरपर्सन से बात की जायेगी। एनएसए के स्तर से तबादला व्यवस्था पर उन्होंने रोक लगा दी है।