पीएम कैंडिडेट की रेस से नीतीश ने खुद को बताया बाहर, हाथ जोड़कर की ये अपील

Nitish declared himself out of the race for PM candidate, appealed with folded hands
Nitish declared himself out of the race for PM candidate, appealed with folded hands
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पटना: पटना में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती के मौके पर जदयू कार्यालय में भव्य समारोह का आयोजन हुआ। इस दौरान सीएम नीतीश के अलावा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने एक बड़ा ऐलान भी कर दिया। और हाथ जोड़ कर अपील की, कि उनके नाम के नारे न लगाए जाएं। नीतीश ने ये बयान पीएम कैंडिडेट के संदर्भ में दिया। उन्होने कहा कि उनका मकसद विपक्षी एकता को मजबूत करने का है। और लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने और महागठबंधन को जीत दिलाना है। उन्हें पीएम कैंडिडेट बताकर बेवजह चर्चाओं को हवा मिलेगी। इसलिए नीतीश कुमार ने पीएम कैंडिडेट की रेस से खुद को अलग करते हुए पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से पीएम कैंडिडेट के तौर पर उनका नाम न लेने की अपील की।

पीएम कैंडिडेट की रेस से बताया बाहर
आपको बता दें बिहार महागठबंधन ने पीएम कैंडिडट नीतीश कुमार को माना है। हालांकि नीतीश कुमार खुद को पीएम प्रत्याशी की दौड़ से अलग बताते रहे हैं। पीएम कैंडिडेट होने की चर्चा को हवा भी नीतीश कुमार ने खुद ही दी थी। जब उन्होने सीएम की कुर्सी तेजस्वी यादव को सौंपने का ऐलान किया था। लेकिन अभी तक वैसा कुछ हुआ नहीं है। लेकिन आज फिर एक बार नीतीश कुमार ने खुद को पीएम कैंडिडेट बताने से साफ इंकार कर दिया और कार्यकर्ताओं से भी नारे न लगाने की अपील की। फिलहाल को नीतीश कुमार देश में घूम-घूमकर लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी एकता को मजबूत करने के मिशन पर निकले हुए हैं। दो दिन पहले ही नीतीश कुमार ने दिल्ली में विपक्षी एकजुटता को धार दने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे , राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, वामदलों के नेता सीताराम येचुरी और डी राजा से मुलाकात की थी। और लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। इस दौरान तेजस्वी यादव, और जीतन राम मांझी भी मौजूद रहे।

नीतीश ने बीजेपी पर जमकर साधा निशाना
वहीं अंबेडकर जंयती के मौके पर नीतीश कुमार ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होने कहा कि केंद्र में बैठी सरकार सिर्फ भाषणबाजी करती है। काम के नाम पर कुछ नहीं किया। इनका बस चले तो इतिहास ही मिटा दें। पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी को याद करते हुए उन्होने कहा कि अटल जी के वक्त में बहुत सारे काम हुए, हम भी केंद्र में मंत्री थे। वो सबको साथ लेकर चलते थे, लेकिन अब सिर्फ दो ही नाम चलते है।

बिहार के विकास की गिनाईं उपलब्धियां
नीतीश कुमार ने उपलब्धियां गिनाने हुए कहा कि बिहार में जितना काम किया इतना कभी नहीं हुआ। हर घर नल की योजना शुरु की, हर घर बिजली पहुंचाई। एक वक्त बिहार की महिलाओं को कोई पूछता नहीं था। आने वाले वक्त में 2 लाख से ज्यादा भर्तियां मेडिकल क्षेत्र में निकलेंगी। अब वो भी बिहार के विकास में बराबरी का साथ निभा रही हैं। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण जीविका दीदियां है। जिन्होने गांव के विकास को रफ्तार दी है।