गुरुग्राम। राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले जुनैद और नासिर की मौत मामले में गोरक्षक मानेसर के रहने वाले मोनू के विरुद्ध मामला दर्ज होने लोगों में गुस्सा है। उनकी नजर में गोतस्करों के लिए किरकिरी बने मोनू को मामले में फंसाया जा रहा है।
राजस्थान पुलिस को दी चुनौती
इसी मामले को लेकर मंगलवार की दोपहर मानेसर स्थित बाबा भीष्मदास मंदिर परिसर में महापंचायत हुई। महापंचायत में कई वक्ताओं ने यहां तक कह दिया कि मोनू को गिरफ्तार करने के लिए राजस्थान के पुलिसकर्मी आएंगे तो अपने पैर पर लौट कर चलकर जा नहीं सकेंगे। पंचायत चल ही रही थी कि सूचना आई की राजस्थान के पुलिसकर्मी मोनू के घर पकड़ने के लिए आए।
लोगों ने जाम किया हाईवे
इसके बाद काफी संख्या में युवा नारेबाजी करते हुए मोनू के घर पहुंच गए, जब पुलिस कर्मी उन्हें नहीं मिले तो युवाओं ने दिल्ली-जयपुर हाईवे को जाम कर दिया। पुलिस कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए दस मिनट में ही प्रदर्शनकारियों को हाईवे से समझा कर हटा दिया, जिसके चलते दोनों ओर से किलोमीटर तक थमे वाहनों के पहिए अधिक देर तक नहीं रुक पाये।
हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग
महापंचायत में लोगों ने जुनैद और नासिर की हत्या मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। महापंचायत के मद्देनजर पहले से ही काफी पुलिस बल मौके पर मौजूद था। स्थानीय पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर कुछ देर में ही जाम खुलवा दिया। लोगों ने कहा कि किसी भी सूरत में मोनू मानेसर को गिरफ्तार नहीं होने दिया जाएगा।
पंचायत में निर्णय लिया गया कि मोनू मानेसर के घर के बाहर पहरेदारी बढ़ाई जाएगी। युवाओं की टीम 24 घंटे मोनू मानेसर के घर के बाहर पहरा देगी। पुलिस को मोनू और उसके स्वजनों को किसी भी तरह से बिना वजह परेशान नहीं करने दिया जाएगा। गुरुग्राम जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज ने कहा पुलिसकर्मियों का हम सम्मान करते हैं, मगर इस झूठे मामले में माेनू को फंसाया जा रहा है।
मानू मानेसर के समर्थन में खड़े लोग
उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिसकर्मी आएंगे तो अपने पैरों पर चल कर जा नहीं सकेंगे। बिना जांच के किसी को आरोपित बनाना अन्याय है। जनता यह अन्याय कतई सहन नहीं करेगी। मोनू मानेसर के समर्थन में महापंचायत में लोगों ने कहा कि अभी तो इलाके के लोग समर्थन में खड़े हुए हैं। अभी संत समाज भी मोनू मानेसर के विरोध होने वाली ज्यादती के लिए खड़ा होगा। संत समाज के आक्रोश को झेलने के लिए भी राजस्थान सरकार तैयार रहे।
FIR निरस्त करने का दिया अल्टीमेटम
पंचायत में निर्णय लिया गया कि राजस्थान और हरियाणा सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम है। यदि मोनू मानेसर के विरुद्ध दर्ज एफआईआर निरस्त नहीं की तो पूरा इलाका हाईवे जाम कर देगा। लोगों ने कहा कि मोनू मानेसर को गोरक्षा के लिए लगातार धमकियां मिल रही थी। कई मामले दर्ज हैं। उस पर पुलिस ने कभी कार्रवाई नहीं की। वक्ताओं ने कहा संत समाज भी इस झूठे मामले में गोरक्षकों के साथ है।