सड़क चलते लोग बंदर को दे देते थे स्ट्रीट फूड, हो गया इतना मोटा कि जमीन तक छूने लगी तोंद

इस खबर को शेयर करें

इंसान की तरह कोई भी जीव अगर बहुत खाएगा तो उसका वजन (Obese animals) बढ़ना तय है. यूं तो कुछ जानवर वजनी ही होते हैं मगर बंदर जैसे जीव दुबले पतले रहते हैं तो प्राकृतिक तौर पर खुद जीवित रख पाते हैं. कहीं अगर वो मोटे हुए तो उनकी जान पर बन आती है. ऐसा ही कुछ थाइलैंड के एक बंदर (Thailand fat monkey) के साथ भी हुआ जो स्ट्रीट फूड (Bangkok monkey eat street food) खा-खाकर इतना मोटा हो गया कि उसकी तोंद निकल आई. अपने मोटापे के चक्कर में उसे वजन कम करने के लिए एक कैंप में भी भेजना पड़ा.

डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार थाइलैंड के बैंकॉक में साल 2017 के दौरान एक बंदर की काफी चर्चा होती थी. वो इसलिए कि बंदर का वजन इतना ज्यादा था कि ठीक से चल-फिर भी नहीं पाता था. ज्यादा वजन (Thailand fat monkey weight) होने का कारण भी काफी विचित्र था. इस बंदर को लोग अंकल फैटी (Uncle Fatty) कहते थे और वो बैंकॉक की सड़कों पर ही रहा करता था.

15 किलो का हो गया था बंदर
शहर के प्रमुख मार्केट में रहने के कारण वहां के दुकानदार और लोग उसे खाने पीने के लिए काफी मात्रा में फास्ट फूड और अन्य तरह के स्ट्रीट फूड दे देते थे. जिससे उसका वजन बढ़ता चला गया. बंदर को लोग मिल्क शेक, स्वीट कॉर्न, नूडल, नीबू आदि खाने को देते थे. आपको जानकर हैरानी होगी कि लंबी पूंछ वाले मकाक प्रजाति के नर बंदरों का औसत वजन 8 किलो तक ही होता है मगर इस बंदर का वजन 15 किलो तक हो गया था. इस कारण से उसका पेट इतना ज्यादा निकल आया था कि जब वो चलता या बैठता था तो उसकी तोंद जमीन पर छूती थी.

बंदर को वजन कम करने के कैंप में किया गया था भर्ती
मई 2017 में नेशनल पार्क्स, वाइल्डलाइफ और प्लांट कंजर्वेशन अथॉरिटी ने बंदरों के फैट कैंप में उसे भर्ती करवाया जिससे उसका वजन कम हो सके. वहां के वर्कर्स चाहते थे कि वो उसका वजन फिर से कम कर सकें जिससे वो अपनी प्रजाति के अन्य बंदरों जैसा हो जाए मगर उसे दौरान मार्केट के लोग, कई कंजर्वेशन ग्रुप और बंदरों के अन्य साथी भी इस बात का विरोध कर रहे थे जब उसे फैट कैंप वाले ले जा रहे थे. लोगों का कहना था कि वो बीमार नहीं है तो फिर उसे क्यों ले जाया जा रहा है. रिहैब में बंदर ने 2 किलो वजन कम कर लिया था और कैंप के लोगों ने कहा था कि उसका पेट अब जमीन से नहीं छूता है. इसके बाद उसे फिर से मार्केट में छोड़ दिया गया था. मगर छोड़ने के 5 महीने बाद जब वो अपने दल के बीच नजर नहीं आया तो ये मान लिया गया कि उसकी मौत हो गई है. लोगों ने अंदाजा लगाया कि या तो वो अपने वजन के कारण मर गया या फिर बुढ़ापे के चलते मर गया.