अभी अभीः यूपी में डेंगू से बिगडे हालातों के बीच स्कूलों के लिये बडा आदेश, कल से पूरे देश में…

Right now: Big order for schools in the midst of worsening conditions due to dengue in UP, from tomorrow...
Right now: Big order for schools in the midst of worsening conditions due to dengue in UP, from tomorrow...
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में डेंगू और चिकनगुनिया के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने विद्यालयों के लिए निर्देश जारी किए हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेंद्र देव ने सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक और जिला विद्यालय निरीक्षकों को इस संदर्भ में पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि प्रदेश में डेंगू व चिकनगुनिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बचाव के सभी आवश्यक उपाए किए जाएं।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक के स्तर से प्रेषित पत्र में कहा गया है कि विद्यालय परिसर साफ रखें, कहीं भी जलभराव न होने पाए। इस संदर्भ में सभी प्रधानाचार्यों और अध्यापकों को आवश्यक निर्देश दिए जाएं। सभी छात्र-छात्राओं को पूरी बांह की शर्ट और फुल पैंट पहनकर आने का निर्देश दिया जाए। प्रतिदिन होने वाली प्रार्थना सभा में संचारी रोग एवं उससे होने वाली समस्याओं के संबंध में अनिवार्य रूप से बच्चों को जानकारी दी जाए।

पत्र में कहा गया है कि परिसर में खुली हुई पानी की टंकियों की नियमित सफाई की जाए। यह भी देखा जाए विद्यालय परिसर एवं उसके आसपास कहीं भी जलभराव न होने पाए। विद्यालय परिसर के हैंडपंप एवं मल्टीपल हैंडवाश के पास नियमित रूप से सफाई की जाए। किसी भी बच्चे को बुखार आने पर तत्काल उसका उपचार कराया जाए। इसके लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का सहयोग प्राप्त किया जाए।

इससे पहले बेसिक शिक्षा निदेशालय की ओर से भी सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को डेंगू से बचाव के लिए सख्ती से उपाय किए जाने के आदेश दिए गए हैं। परिषदीय स्कूलों में प्रार्थना सभा में शिक्षक विद्यार्थियों को डेंगू से बचाव के तरीके बताए जाएंगे। सभी परिषदीय स्कूलों में पानी की टंकी की समय-समय पर साफ-सफाई की जाए। स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए।

विद्यालय परिसर व आसपास कहीं जल भराव न हो। हैंडपंप और उसके आसपास अगर पानी एकत्र है तो उसमें कीटनाशक का छिड़काव किया जाए। इस कार्य में ग्राम प्रधान व पार्षद की भी मदद ली जाए। अगर किसी विद्यार्थी को बुखार आ रहा है तो उसे तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर उसका उपचार कराया जाए।