शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी परिषद की बैठक में आए सदस्यों के समक्ष सभी छात्र संगठनों की प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव बहाली की मांग पर चर्चा हुई, लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ। छात्र संघ चुनावों पर चर्चा में सदस्यों ने स्पॉट आइटम के रूप से मामला उठाकर इस पर चर्चा की। इस दौरान विवि के अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन मनोनयन की पुरानी अपनाई गई प्रक्रिया से ही एससीसी गठन की प्रक्रिया को शुरू करने की तैयारी कर रहा है। यह 2013 से अपनाई गई है। मुख्यमंत्री के छात्र संघ चुनावों पर गंभीरता से विचार किए जाने के बयान के बाद अभी तक सरकार की ओर से प्रत्यक्ष चुनाव बहाली को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं।
इसलिए फिलहाल प्रत्यक्ष एससीए चुनाव बहाली की संभावनाएं कम लग रही हैं। बावजूद इसके विवि के बैठक में मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि सरकार चुनावों को लेकर कोई आदेश देती है, उसे अमल में लाया जाएगा। अब क्योंकि नया सत्र शुरू हो चुका है, ऐसे में शायद ही प्रदेश सरकार प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव बहाल करने का जोखिम उठाए। ऐसा कोई निर्णय या आदेश सरकार देती है तो विश्वविद्यालय को चुनाव बहाल करने से पहले समस्त कॉलेजों के प्रिंसिपलों से इस पर राय लेनी होगी। परिसरों में छात्र संघ चुनावों के दौरान हुई हिंसा के कारण इन चुनावों को 2013 में बंद किया गया था। नगर निगम शिमला के चुनाव भी सरकार समय से नहीं करवा पा रही है। इसको देखते हुए प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव इस सत्र में बहाल होंगे, ऐसी संभावनाएं न के बराबर ही है।