22 की उम्र में इतना एटिट्यूड, पहले चावला को क्रीज से हटाया फिर अर्जुन तेंदुलकर से पंगा

So much attitude at the age of 22, first removed Chawla from the crease and then messed with Arjun Tendulkar
So much attitude at the age of 22, first removed Chawla from the crease and then messed with Arjun Tendulkar
इस खबर को शेयर करें

अहमदाबाद: मुंबई इंडियंस फ्रैंचाइजी नए प्लेयर्स को खोजने और मौका देकर स्टार बनाने के लिए पहचानी जाती है। 16वें सीजन में नेहल वढेरा अपनी क्लीन हिटिंग से हर किसी को प्रभावित कर रहे हैं। बाएं हाथ के ऊंचे कद वाले विस्फोटक बल्लेबाज को पंजाब में अगला युवराज सिंह कहा जाता है। बीती रात गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में भी उन्होंने सातवें नंबर पर आकर 21 गेंद में 40 रन की तूफानी पारी खेली, लेकिन 208 रन के विशाल लक्ष्य के आगे यह नाकाफी साबित हुआ। इस बीच सोशल मीडिया पर उनकी खिंचाई भी हो रही है। ट्रोलर्स उन्हें बदतमीज, घमंडी और एटिट्यूड से भरा प्लेयर बता रहे हैं। चलिए समझते हैं क्या है पूरा मामला?

सर्वाधिक बिकने वाली स्मार्ट घड़ियों पर ऑफ़र देखें |
दरअसल, 208 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी मुंबई की आधी टीम 59 रन पर ही पवेलियन लौट चुकी थी और मुकाबला एकतरफा हो गया था। मुंबई टीम के पुछल्ले बल्लेबाजों ने छुट-पुट योगदान से टीम टोटल को 152/9 तक पहुंचाकर हार के अंतर को कम किया। नेहल वढेरा (40) और पीयूष चावला (18) ने सातवें विकेट के लिए 24 गेंद पर 45 रन की साझेदारी की। आखिर में अर्जुन तेंदुलकर भी पहली बार आईपीएल में बैटिंग के लिए उतरे और 9 गेंद पर एक सिक्स की मदद से 13 रन बनाकर आउट हुए।

पीयूष चावला के साथ बदतमीजी
पारी के 18वें ओवर के दौरान मोहित शर्मा ने ऑफ स्टंप के काफी बाहर एक स्लोअर बॉल फेंकी, जिसे पीयूष चावला कनेक्ट नहीं कर पाए और बॉल विकेटकीपर के हाथ में चली गई, लेकिन नॉन स्ट्राइक एंड पर मौजूद नेहल स्ट्राइक लेने के लिए इतने बेसब्र थे कि रन न होते हुए भी दौड़ लगा दी और क्रीज तक पहुंच गए और सीनियर प्लेयर पीयूष चावला को क्रीज छोड़ने का इशारा किया। अनुभवी लेग स्पिनर ने नेहल के लिए अपना विकेट बलिदान कर दिया।

अर्जुन के साथ हो जाता पंगा!
पहली गेंद पर हुए इस कांड के बाद अर्जुन तेंदुलकर बतौर नए बल्लेबाज क्रीज पर पहुंचे। मैच हाथ से पूरी तरह फिसल चुका था। आखिरी 12 ओवर में इतने रन चाहिए थे, जो बनने असंभव थे, लेकिन नेहल तो शायद अपने अर्धशतक के चक्कर में थे तभी तो अगली ही गेंद पर अर्जुन तेदुलकर को स्ट्राइक देने से इनकार कर दिया, लेकिन जूनियर तेंदुलकर के आगे नेहल की एक न चली। दरअसल, नेहल ने स्क्वैयर एरिया में पुल खेला और सिंगल लेने से इनकार कर दिया जबकि वहां आराम से एक रन भागा जा सकता था। नेहल के मना करने के बावजूद अर्जुन क्रीज से निकले और झुंझलाते हुए नेहल ने सिंगल लिया। चौथी गेंद पर वह मोहित शर्मा की बॉल पर मोहम्मद शमी को कैच थमा बैठे। इस तरह तीन चौके और इतने ही छक्के वाली पारी का अंत हुआ।