आशिकी के चक्कर में यूपी पुलिस के दरोगाजी, हुए सस्पेंड

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बस्ती। आशिकी के चक्कर मे ग्रामीणों द्वारा खम्भे से बांधकर पीटे गए बलिया जिले के दुबौलिया थाने के दारोगा अशोक चतुर्वेदी को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। शुक्रवार देरशाम आईजी अनिल कुमार राय ने यह कार्रवाई की। आईजी ने बताया कि दरोगा का यह कृत्य महकमें की छवि को खराब करने वाला है। एसपी आशीष श्रीवास्तव ने दारोगा को बर्खास्त करने की संस्तुति सहित अपनी रिपोर्ट आईजी को दी थी।

ग्रामीणों ने खम्भे से बांधकर दारोगा को था पीटा
बता दें कि बुधवार की रात दुबौलिया थाना क्षेत्र के ऊंजी मुस्तहकम गांव में थाने के दारोगा अशोक चतुर्वेदी को ग्रामीणों ने रात 3.15 बजे एक घर से निकलते समय घेरकर पकड़ लिया था। आरोप है कि घिरा देख उसने ग्रामीणों पर सर्विस रिवाल्वर से फायर किया था। जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया और एक पोल से बांधकर जमकर पिटाई की। सूचना बाद दुबौलिया के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार त्रिपाठी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, ग्रामीणों को समझा बुझाकर दारोगा को मुक्त कराया। घायल दारोगा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।

एएसपी,सीओ ने मौके पर पहुंच की थी मामले की जांच
इस घटना की जांच के लिए एसपी ने एएसपी और सीओ कलवारी को मौके पर भेजा। दोनों अधिकारियों ने ग्रामीणों से बात की। ग्रामीणों ने बताया कि दारोगा अक्सर गांव में आते थे। बुधवार की रात 10.15 बजे भी वह गांव में आए और अपनी बाइक जूनियर हाईस्कूल के पास छिपाकर एक घर में घुस गए।

पहले निलम्बित, फिर हुए बर्खास्त
प्रथम दृष्टया दारोगा को दोषी पाए जाने की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद एसपी ने गुरुवार को ही तत्काल प्रभाव से दारोगा को निलंबित कर दिया था। गांव निवासी संग्राम सिंह की तहरीर पर दुबौलिया थाने में दारोगा के विरुद्ध जानलेवा हमला और धमकी देने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी से मिली रिपोर्ट और बर्खास्तगी की संस्तुति बाद आईजी ने दारोगा अशोक चतुर्वेदी को बर्खास्त करने की कार्रवाई की।