Surya Grahan Effects in Hindi: साल का पहला 20 अप्रैल को पड़ रहा है. हालांकि यह सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा और न ही इसका सूतककाल भारत में मान्य होगा. लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कई गणनाएं की जा रही हैं, क्योंकि जब चीन से कोरोना (Covid 19) की शुरुआत हुई थी तब चीन में सूर्य ग्रहण दिखाई पड़ा था. मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण से ग्रह -नक्षत्रों में फेर-बदल होते हैं. जिससे प्राकृतिक आपदा, माहामारी या फिर कोई न कोई अशुभ घटनाएं दस्तक अवश्य देती हैं. ठीक वैसे ही इस साल भी ज्योतिष विशेषज्ञों की इस पर नजर बनी हुई है तो चलिए जानते हैं कि इस सूर्य ग्रहण क्या लेकर आता है.
कोरोना के मामलों में वृद्धि की आशंका
20 अप्रैल को पड़ने वाला पहला सूर्य ग्रहण दक्षिणी प्रशांत महासागर के देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, इंडोनेशिया, फिलीपींस तथा पापुआ न्यूगिनी में दिखाई देगा. भारतीय समयानुसार यह ग्रहण इन देशों में सुबह 7 बज कर 5 मिनट से लेकर 12 बजकर 39 मिनट तक दिखाई देगा. यह ग्रहण गुरुवार के दिन सूर्य के चन्द्रमा के साथ अश्विनी नक्षत्र में रहते हुए दिखाई देगा. अश्विनी नक्षत्र केतु का नक्षत्र माना जाता है. अतः भारत सहित दक्षिण-पूर्व एशिया के कुछ देशों में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि हो सकती है. इसलिए आपको इस दौरान सावधानी बरतने की खास जरूरत है.
पाकिस्तान की राजनीति में होगा हाय-हल्ला!
यह ग्रहण मेष राशि में पड़ रहा है जो कि हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का जन्म लग्न है. मेष राशि में पड़ने वाला यह ग्रहण पाकिस्तान में बड़ी राजनीति में उथल-पुथल का भी संकेत है. पाकिस्तान की कुंडली में चल रही शनि में शुक्र में राहु की अशुभ विंशोत्तरी दशा देश में राजनीतिक हिंसा और उपद्रव का योग निर्मित कर रही है जिसमें विदेशी हस्तक्षेप भी हो सकता है.