मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जिले में हवा की गुणवत्ता रोजाना खराब हो रही है। पिछले चार दिन से एयर क्वालिटी इंडेक्स रोजाना बढ़ रहा है। आंकड़ा 231 के खराब स्तर पर पहुंच गया है।
अक्तूबर माह में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब बनी हुई है। बदलते मौसम ने मुश्किलें बढ़ा दी है। निर्माण कार्य, वाहनों की बढ़ती संख्या, बिना मानक चल रही फैक्ट्रियां और धुआं उगलते वाहन सबसे बड़ी वजह बन गए हैं। मुख्य मार्गों के निर्माण में भी मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। पानी का छिड़काव तक नहीं किया जाता। यही वजह है कि रोजाना हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है।
रविवार को एक्यूआई 231 के खराब स्तर पर रिकॉर्ड किया गया। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह का कहना है कि विभाग की टीम सोमवार से तेजी से जांच अभियान चलाएगी। जहां पर मानकों का पालन नहीं हो रहा है, वहां पर बंदी की कार्रवाई होगी।
जिले का एक्यूआई तीन सौ पर भी पहुंच चुका है। 13 अक्तूबर को 292 रहा, जबकि 14 अक्तूबर को 303 पर पहुंच गया था। चिकित्सकों का कहना है कि बाजार में जाने के दौरान भी मॉस्क और चश्मे का प्रयोग करना चाहिए। इससे किसी हद तक खराब हवा से बचाव किया जा सकता है।
इस तरह प्रदूषित हो रही हवा
तिथि एक्यूआई
29 अक्तूबर 231
28 अक्तूबर 227
27 अक्तूबर 203
26 अक्तूबर 200
सुबह-शाम घर से न निकलें सांस के रोगी
हवा की खराब गुणवत्ता का सबसे अधिक असर सांस के रोगियों पर पड़ रहा है। अस्थमा के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। टीबी के रोगियों के सामने मुश्किल स्थिति बन रही है। सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार बताते हैं कि हवा की खराब गुणवत्ता के समय सांस के रोगियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। सुबह-शाम की सैर करने से बचें।