मुजफ्फरनगर के ग्राम प्रधानों को डीएम ने बुलाकर दिए खास निर्देश

The DM called the village heads of Muzaffarnagar and gave special instructions
The DM called the village heads of Muzaffarnagar and gave special instructions
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मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभी ग्राम प्रधानों का आह्वान किया गया कि शासन की प्राथमिकता के अनुसार ग्राम पंचायत सचिवालय के रूप में विकसित किया जाये, जो कार्यालय के रूप मे नियमित रूप से क्रियाशील हों, जिसमें कम्प्यूटर, इन्टरनेट, फर्नीचर व कार्यालय सम्बन्धी अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण कराते हुए रोस्टर के अनुसार पंचायत सचिव, लेखपाल, आशा, आंगनवाडी, ए0एन0एम0 पंचायत कार्यालय मे उपस्थित हो तथा सिटीजन चार्टर के अनुसार आमजन को नकल, जन्म मृत्यु प्रमाण-पत्र इत्यादि आवश्यक सेवाएं प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करायी जाएं।

प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक अमृत सरोवर विकसित किये जाने के सम्बन्ध मे चर्चा की गयी जिसके आस-पास गन्दगी न हो, वृक्षारोपण करा दिया जाये तथा वर्षा जल के अलावा किसी भी प्रकार का दूषित जल अमृत सरोवर मे न जाने दिया जाए। इसके साथ-साथ किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत सम्बन्धित लाभार्थी की ई0के0वाईसी0 कराया जाना अनिवार्य है। ग्राम प्रधान इस सम्बन्ध मे अपने स्तर से भी प्रचार-प्रसार कर सम्बन्धित लाभार्थी को नजदीकी जनसेवा केन्द्र से ई0के0वाईसी0 कराने हेतु प्रेरित करे, ताकि कोई लाभार्थी इस कारण से आगामी किस्त से वंचित न रहे।

जिलाधिकारी द्वारा गौशाला के लिये प्रत्येक तहसील से 5-5 चारागाह हेतु जमीन उपलब्ध कराने के लिये सम्बन्धित उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया गया। जिससे उपलब्ध जमीन पर मौसम के अनुसार पशुओ के लिये चारे की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। इस सम्बन्ध मे ग्राम प्रधानो से भी भूमि की उपलब्धता के चिन्हित किये जाने मे अपेक्षित सहयोग की अपेक्षा की गयी है। भूमि प्रबन्धन समिति से प्रस्ताव कराने हेतु भी अपेक्षा की गयी कि स्थायी/अस्थायी गौशाला भूमि की उपलब्धता हो सके। इस समय गेहूं की कटाई होने के दृष्टिगत भूसे का भण्डारण गौशालाओ हेतु कराये जाने के निर्देश दिये गये चूंकि इस समय भूसे का मूल्य भी कम हैं तथा भूसा प्रचुर मात्रा मे उपलब्ध है।

समस्त तहसीलदार को निर्देशित किया गया कि वह अपने क्षेत्रान्तर्गत आने वाले तालाबो व ग्राम समाज की ऐसी भूमि जिस पर किसी प्रकार का कोई अतिक्रमण हो को चिन्हित कर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करे। इस सम्बन्ध मे ग्राम प्रधानो से भी अपील की गयी कि वह भी अपने स्तर से ऐसे अतिक्रमणो की सूचना प्रशासन को उपलब्ध कराये तथा अतिक्रमण हटाने मे अपना अपेक्षित सहयोग करे। समस्त ग्राम प्रधान अपने ग्राम पंचायत सचिव के साथ ग्राम पंचायत की परिसम्पत्तियों का ब्यौरा ग्राम पंचायत के परिसम्पत्ति रजिस्टर मे दर्ज कराने के निर्देश दिये गये।

बैठक मे उपस्थित ग्राम प्रधानो द्वारा कतिपय समस्याओं के सम्बन्ध मे अवगत कराते हुए प्रार्थना-पत्र दिये गये जिसमे ग्राम गढीबहादरपुर द्वारा नाली निर्माण विवाद के सम्बन्ध मे सम्बन्धित तहसीलदार को समस्याओ के निराकरण हेतु निर्देशित किया गया प्रधान रसूलपुर जाटान के प्रार्थना-पत्र पर कार्यवाही हेतु तहसीलदार को निर्देश दिये गये कि एक सप्ताह के अन्तर्गत अनस्तारण कराया जाये, इसी प्रकार अन्य प्राप्त प्रार्थना-पत्रों पर भी आवश्यक कार्यवाही व समस्याओ के निराकरण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को मौके पर ही आदेशित किया गया इस अवसर पर उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।