चिरकुंडा. चिरकुंडा थाना अंतर्गत डुमरकुंडा निवासी एक युवक ने अपनी पत्नी साथ थाना के एक सिपाही को आपत्तिजनक स्थिति में देख गुरुवार को फांसी लगा लगी। मामले में शुक्रवार को आरोपित सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं इस सिपाही के अलावा युवक की पत्नी के खिलाफ भी युवक की मां की शिकायत पर हत्या की एफआइआर दर्ज की गई है।
मृतक 31 वर्षीय सेंटू चक्रवर्ती की मौत मामले में उसकी मां ममता चक्रवर्ती ने निरसा के आरक्षी अविनाश पाण्डेय और अपनी बहू बुनुश्री चक्रवर्ती के खिलाफ गुरुवार की रात प्राथमिकी दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी सुनील सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार की रात ही युवक के स्वजनों ने चिरकुंडा थाना का घेराव करते हुए भारी विरोध प्रदर्शन किया था।
सेंटू चक्रवर्ती कुछ दिनों से मानसिक तनाव में था। गुरुवार को उसने अपने डुमरकुंडा स्थित घर में पंखे की कुंडी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस संबंध में सेंटू की मां ने चिरकुंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा था कि उसकी बहू और निरसा थाना में तैनात आरक्षी अविनाश पाण्डेय को मेरे बेटे ने आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। जब उसने इसका विरोध किया तो पांडेय और उसके साथियों ने मारपीट की थी और झूठे केस में फंसा देने की धमकी दी थी। इसके कारण मेरा बेटा तनाव में रहने लगा था। उसने तनाव में आकर गुरुवार की फांसी लगाकर जान दे दी।
सेंटू चक्रवर्ती की पत्नी निरसा थाना में रसोईया का कार्य करती थी। सेंटू भी पत्नी के साथ रसोइया का काम करता था। अपनी पत्नी के साथ वह निरसा विरसिंहपुर स्थित अपनी ससुराल में रहता था। बताया जाता है कि जब सेंटू ने अपनी पत्नी को सिपाही के साथ अवैध संबंध बनाते देखा तो सिपाही ने उसे डरा धमका कर एक सुलहनामा पत्र तैयार कराया। उसके बाद निरसा प्रखंड कार्यालय के गेट के पास सिपाही व उसके साथियों ने मिलकर सेंटू चक्रवर्ती के साथ मारपीट की थी, जिससे वह मानसिक दबाव में था। इस घटना के बाद बीते दो-चार दिन से सेंटू वापस अपने घर डुमरकुंडा में रहने लगा था। गुरुवार को उसने घर में नायलोन की रस्सी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली।
मामले में युवक की मां ने आरक्षी अविनाश पाण्डेय व अपनी बहू के खिलाफ चिरकुंडा थाना मे लिखित शिकायत की थी, लेकिन सेंटू की पत्नी बुनुश्री चक्रवर्ती व सिपाही के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं करने से आक्रोशित डुमरकुंडा के लोगों ने चिरकुंडा थाने का शव के साथ घेराव किया था।