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Women Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल संसद के दोनों सदनों से पास हो गया है. इस बिल के समर्थन में लगभग सभी पार्टियों ने एक सुर से अपना समर्थन दिया हालांकि कुछेक कमियां भी विपक्ष द्वारा इस बिल में बताई गईं. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि इस बिल में क्या करेक्शन किए जाने की जरूरत है. साथ ही राहुल गांधी ने यह भी बताया कि उन्हें किस बात का पछतावा है. राहुल ने परिसीमन और जनगणना के खंड को हटाकर महिला आरक्षण विधेयक को तत्काल लागू करने की मांग की है.
कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस
दरअसल, कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह अफसोसजनक है कि विधेयक के भीतर ओबीसी कोटा शामिल नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को जातीय जनगणना करानी चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि कुछ दिन पहले संसद के विशेष सत्र की घोषणा की गई थी और बहुत धूमधाम से हम पुरानी संसद से नए संसद भवन में स्थानांतरित हुए. लेकिन हमें इस बात की जानकारी नहीं थी कि सत्र का मुख्य फोकस क्या है. महिला आरक्षण विधेयक बहुत अच्छा है, लेकिन हमें दो फ़ुटनोट मिले कि जनगणना और परिसीमन उससे पहले किए जाने की ज़रूरत है. इन दोनों में वर्षों लगेंगे.
10 साल बाद लागू किया जाएगा?
राहुल ने कहा कि आरक्षण आज लागू किया जा सकता है, यह कोई जटिल मामला नहीं है, लेकिन सरकार ऐसा नहीं करना चाहती है. सरकार ने इसे देश के सामने पेश किया है लेकिन इसे अब से 10 साल बाद लागू किया जाएगा. कोई नहीं जानता कि इसे लागू भी किया जाएगा या नहीं. यह ध्यान भटकाने वाली रणनीति है. उन्होंने कहा कि उन्होंने संसद में एक संस्था और सरकार चलाने वाले कैबिनेट सचिव और सचिव के बारे में बात की है. अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओबीसी के लिए बहुत काम करते हैं, तो 90 में से केवल तीन ओबीसी समुदाय से हैं, क्यों? मैंने बजट से एक विश्लेषण किया था. वे ओबीसी, आदिवासी और दलितों का कितना बजट नियंत्रित करते हैं. ओबीसी अधिकारी बजट का 5 प्रतिशत ही नियंत्रण करते हैं.
2010 में कांग्रेस ने OBC कोटा शामिल नहीं किया?
एक सवाल में यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें इस बात का अफसोस है कि 2010 में कांग्रेस ने विधेयक में ओबीसी कोटा शामिल नहीं किया था, राहुल गांधी ने कहा, “हां, मुझे इसका 100 प्रतिशत पछतावा है. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ओबीसी और उनके गौरव के बारे में बात करते हैं. जब मैंने बात की तो उनकी प्रतिक्रिया दिलचस्प थी. उन्होंने कहा कि लोकसभा में हमारा प्रतिनिधित्व है. क्या ओबीसी की आबादी केवल 5 प्रतिशत है. अगर सच है, तो मैं स्वीकार कर रहा हूं और अगर सच नहीं है तो मैं इसका पता लगाऊंगा.