ये है दुनिया का सबसे महंगा स्कूल, एक साल की फीस जानकर रह जाएंगे दंग, जिंदगीभर की जमापूंजी भी पड़ जाएगी कम

This is the world's most expensive school, you will be surprised to know the fees for one year, the deposit capital of life will also be reduced
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नई दिल्ली: गर्मी की छुट्टियां समाप्त हो चुकी हैं और स्कूल खुल गए हैं. ऐसे में तमाम मां-बाप को अपने बच्चों के एडमिशन की चिंता सताने लगती है. वह अपने बच्चे के लिए न सिर्फ अच्छा स्कूल तलाशते हैं बल्कि उनकी खोज इस बात के लिए भी होती है कि उनकी इनकम के मुताबिक ही स्कूल की फीस हो.

हमारे देश के छोटे शहरों में भले ही स्कूलों की फीस कुछ हजार रुपये तक हो लेकिन आज हम आपको दुनिया के कुछ ऐसे स्कूलों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां की फीस सुनकर यकीनन आप हैरान हो जाएंगे.

इन स्कूलों की फीस इतनी है कि आपकी जिंदगीभर की जमापूंजी भी एक साल की फीस के लिए कम पड़ जाएगी. हम बात कर रहे हैं स्विट्जरलैंड की खूबसूरत वादियों में मौजूद सभी स्कूलों के बारे में. यहां के स्कूलों को यूरोप के सबसे महंगे स्कूलों में गिना जाता हैं. जिनकी सालभर की फीस 56 लाख रुपये से शुरु होती है. इनमें से सबसे महंगा स्कूल इंस्टीट्यूट ले रोसेय है, जो यहां का सबसे मशहूर और पुराना स्कूल है. इस स्कूल की खास बात यह हैं कि यहां से स्पेन, इजिप्ट, बेल्जियम, ईरान और ग्रीस के राजाओं ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी.

प्राइवेट रिजॉट से कम नहीं हैं यहां के स्कूल
बता दें कि इस स्कूल को पॉल कर्नल ने साल 1880 में बनवाया था. इस स्कूल में यूरोप और दुनियाभर के अमीर परिवारों के बच्चे पढ़ते हैं. यहां हर बच्चे की सालाना फीस लगभग $130,000 यानी करीब 98 लाख रुपये से भी ज्यादा. दो कैंपस वाला यह दुनिया का अकलौता बोर्डिंग स्कूल है जो किसी प्राइवेट रिजॉट से कम नहीं हैं.

इस स्कूल में टेनिस कोर्ट, शूटिंग रेंज , एक्वेस्ट्रेन सेंटर और £40 million यानी करीब 400 करोड़ रुपये की लागत से बना हुआ कॉन्सर्ट हॉल जैसी कई सविधाएं बच्चों को उपलब्ध कराई जाती है. वहीं स्कूल के विंटर कैंप में स्कीइंग की अलग से सुविधा दी गई है.

एक कक्षा में पढ़ते हैं सिर्फ 10 छात्र
सभी तरह की सुख-सुविधाओं वाला इस स्कूल टीचर्स की भी कमी नहीं है. इस स्कूल में कुल 420 छात्रों को पढ़ाने के लिए 150 टीचर रखे गए हैं. यानी औसतन एक क्लास में 10 छात्रों से भी कम संख्या रहती है, ताकि टीचर सभी पर बराबर ध्यान दे सकें. इसके साथ ही स्कूल में 30 सीटें यहां के टीचर्स के बच्चों के लिए रिजर्व रखी जाती है. जिनमें से 3 को हर साल स्कॉलरशिप भी दी जाती है.